एक कराेड़ रुपए की दवा के साथ तीन आरोपित गिरफ्तार  

नई दिल्ली, 27 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली में नशीली दवा बनाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह से जुड़े तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान आगरा (उ.प्र.) निवासी समलुद्दीन उर्फ सादिक (28), मोहम्मद गुलजार (34) और बागपत (उ.प्र.) निवासी सलमान (34) के रूप में हुई है। आरोपित समलुद्दीन गिरोह का मुख्य आरोपित है। पुलिस के मुताबिक ये आरोपित बवाना औद्योगिक क्षेत्र में एक कारखाने का संचालन कर रहे थे, जहां दवा बनाई जा रही थी।

पुलिस ने इनके पास से 1,80,000 अल्प्राजोलम टैबलेट और 9,000 बोतल कोडीन युक्त सिरप बरामद किया है। दवाइयों की कीमत बाजार में करीब एक करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच की टीम को दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में नशीली दवाओं का कारोबार बड़े स्तर पर होने के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। आगे टीम को पता चला कि दवाइयां दिल्ली में बनाई जा रही है और बाद में अन्य राज्यों में इसकी आपूर्ति की जा रही है। सूचना को पुख्ता कर पुलिस टीम ने जांच शुरु की। जांच में पुलिस टीम को पता चला कि आरोपित दवा बनाने के लिए जाली विनिर्माण लाइसेंस नंबर, बैच नंबर का उपयोग कर रहे है। इसके अलावा बरामद सिरप पर अंकित पता और क्यूआर कोड भी फर्जी लगाया जा रहा ‌था। आरोपित व्यक्ति ने जाली ब्रांड नाम डॉ. जस्ट का भी इस्तेमाल कर रहे थे।

पुलिस टीम ने तीनाें काे गुप्त सूचना के आधार पर एक-एक कर दबाेचा। पूछताछ में पता चला कि समलुद्दीन गिरोह का मुख्य सरगना है। उसने जयपुर स्थित एक नामी कालेज से बी-फार्मा में डिप्लोमा किया हुआ है। वहीं, गुलजार ने भी बागपत स्थित एक कालेज से बी-फार्मा की पढ़ाई की हुई थी, जबकि आरोपित सलमान ने कई नामी कंपनियों में ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर कार्य किया हुआ था।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी

   

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