सिरसा: शहीद यादगार समिति ने शहीदों को किया नमन

सिरसा, 23 मार्च (हि.स.)। शहीद यादगार समिति द्वारा शहीदी दिवस पर रविवार को टाउन पार्क में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव को पुष्प अर्पित कर नमन किया गया।

श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यवान ने शहीद भगत सिंह के विचारों व महान जीवन संघर्षों को याद किया और उनसे प्रेरणा लेने की अपील की। सत्यवान ने बताया कि भगत सिंह ने 14 साल की उम्र में ही देश को आजाद करने का बीड़ा उठाया था। उनके मन में देश प्रेम की अथाह भावना, सत्यान्वेषी मानसिकता, अद्भुत सांगठनिक क्षमता, दृढ़ संकल्प शक्ति, आदर्श के प्रति अटल निष्ठा ने उन्हें शहीद ए आजम के दर्जे पर पहुंचाया। देशभक्त करतार सिंह सराभा को भगत सिंह हमेशा याद रखते थे। 11 वर्ष की उम्र में जलियांवाला बाग में खून से सनी मिट्टी से उन्होंने देश को आजाद करने का संकल्प लिया था। शिक्षा इंतजार कर सकती है, आजादी नहीं। इसी समझ व भावना से 1924 में उन्होंने घर छोड़ दिया था। 1926 में नौजवान भारत सभा बनाई और 1928 में हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के नाम से क्रांतिकारी पार्टी बनाई। उन्होंने क्रान्तिकारियों को अलग-थलग छिटपुट एक्शन त्यागने, क्रांतिकारी आंदोलन को जनमुखी बनाने और इस राह पर जनता को जागरूक करने का रास्ता बताया। उन्होंने आजादी के साथ शोषण का खात्मा करने के लिए वैज्ञानिक समाजवाद को अपना लक्ष्य बनाया। साइमन कमीशन का डटकर विरोध किया। इंकलाब जिंदाबाद, साम्राज्यवाद का नाश हो के नारों के साथ वे खुशी-खुशी कुर्बान हो गए।

सत्यवान ने कहा कि देश में जात-पात, अंधविश्वास और परस्पर वैमनस्य के विरुद्ध भगत सिंह प्रदत्त सच्ची धर्म-निरपेक्षता को पुष्ट पोषण करना देशवासियों का कर्तव्य है। आज जनता घोर गरीबी, शोषण, कर्ज भुखमरी, बेरोजगारी, महंगाई, नशाखोरी जैसी विकट समस्याओं की शिकार है, महिलाओं पर भीषण अत्याचार हो रहे हैं। सत्यवान ने इनके विरुद्ध सशक्त जन आंदोलन गठित करने पर बल दिया और किसान आंदोलन पर सरकारी अन्याय-अत्याचार का कड़ा विरोध किया।

हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar

   

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