बीकानेर में पहली बार एनयूजे-आई की दो दिवसीय एग्जीक्यूटिव मीटिंग शुरू
- Admin Admin
- Apr 27, 2025

-गाेष्ठी में पत्रकारिता की चुनौतियों पर चर्चा
बीकानेर, 27 अप्रैल (हि.स.)। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया (NUJ-I) की दो दिवसीय एग्जीक्यूटिव मीटिंग बीकानेर के गंगाशहर रोड स्थित हंसा गेस्ट हाउस में शुरू हुई। यह मीटिंग बीकानेर में पहली बार आयोजित की जा रही है और इसमें देशभर से 150 से अधिक पत्रकार शामिल हुए। इस महत्वपूर्ण आयोजन में पत्रकारों के हितों को लेकर दो सत्रों में विचार विमर्श किया गया और वक्ताओं ने एकजुट होने का आह्वान किया। पत्रकारों के सामने आ रही वर्तमान चुनौतियों पर भी गहरी चिंता व्यक्त की गई। इस दौरान आगरा घोषणा पत्र पर चर्चा की गई और इसे लागू करने की सहमति बनी।
इसके साथ ही यह तय किया गया कि बीकानेर में दो दिवसीय मीटिंग में उभरकर आने वाले प्रस्तावों व सुझावों पर भी अमल किया जाएगा और उन्हें लागू करने के प्रयास किए जाएंगे। इस दौरान अलग अलग प्रांतों से आए पत्रकारों ने क्षेत्रीय भाषा में ही अपनी बात रखी, जिसका करतल ध्वनि से स्वागत किया गया।
सत्य व तथ्य पर आधारित ही खबर को लिखे पत्रकार- शर्मा
इस अवसर पर एनयूजे-आई के नेशनल प्रेसीडेंट सुरेश शर्मा ने कहा कि पत्रकार को सत्य व तथ्य पर आधारित खबरें ही प्रसारित करनी चाहिए। आजकल ये देखा जा रहा है कि मीडिया के लोग नेताओं के प्रभाव में ज्यादा नजर आते हैं। उन्हें नेताओं के प्रभाव से निकलकर जनसरोकार वाली खबरों की ओर ध्यान देना होगा। इसके लिए उन्हें जनता के बीच ही रहना चाहिए। शर्मा ने कहा कि जब तक पत्रकार साथी जनता की आवाज नहीं बनेंगे तब तक उनकी सामाजिक मान्यता नहीं बढेगी। इस अवसर पर सुरेश शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता राष्ट्रहित में ही होनी चाहिए इसलिए हमें समाज में सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए इस पर भी कलम चलानी चाहिए। साथ ही निष्पक्षता व निडरता के गुण भी पत्रकारों में विकसित होने चाहिए। इस दौरान नेशनल प्रेसीडेंट सुरेश शर्मा ने बताया कि अब तक 22 राज्यों में हमारी इकाइयों का गठन हो चुका है तथा 25 हजार पत्रकार हमारे सदस्य है और ये संगठन पूरे देश का सबसे बड़ा पत्रकारों का संगठन है।
भारतीय मूल्यों पर आधारित हो पत्रकारिता- उमेश चतुर्वेदी
इस अवसर पर एनयूजे-आई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमेश चतुर्वेदी ने कहा कि पत्रकारिता भारतीय मूल्यों पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि भारत में देवमुनि महर्षि नारद के दौर से पत्रकारिता का बीजारोपण हुआ था, मगर आधुनिक काल में पत्रकारिता पश्चिमी संस्कृति के अनुरूप फल फूल रही है। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि हमें पढ़ाया गया कि कुत्ता यदि आदमी को काट ले तो खबर नहीं क्योंकि कुत्ते का काम ही आदमी को काटना है मगर यदि आदमी किसी कुत्ते को काट ले तो वो खबर बन सकती है। हमें इसे बदलना होगा और भारतीय मूल्यों पर आधारित पत्रकारिता करनी होगी। चतुर्वेदी ने ऐसे अनेक उदहारण देकर भारतीय मूल्यों की पैरवी की।
देशहित व समाजहित में हो पत्रकारिता- जेठानंद व्यास
एनयूजे-आई की मीटिंग के दूसरे सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास थे। इस अवसर पर जेठानंद व्यास ने कहा कि पत्रकार एक स्वतंत्र व्यक्ति होता है। उसने जो देखा है उसे ही लिखना चाहिए। यदि कोई आपको कोई सूचना बताए तो वह खबर नहीं है, बल्कि खबर वो है जो आप देख व समझ रहे हो। इसलिए पत्रकारों को देखी गई खबर लिखनी चाहिए। उन्होंने समाजहित व देशहित में पत्रकारिता करने पर जोर देते हुए उदाहरण दिया कि यदि मिलावटी दूध के कारोबारी को पकड़ा है, तो वह खबर है मगर यदि मिलावटी दूध कैसे बनता है इसका फार्मूला आपने खबर में छापा तो यह समाज के हित में नहीं है।
विधायक व्यास ने कहा कि पत्रकारिता व समाज का राजनीति पर अंकुश होने से लोकतंत्र मजबूत होगा। उन्होंने एनयूजे-आई की मीटिंग पहली बार बीकानेर में आयोजित होने पर पूरे बीकानेर के पत्रकारों को शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर एनयूजे-आई के राष्ट्रीय सचिव भवानी जोशी ने इस मीटिंग के लिए बीकानेर का चयन होने पर पूरी नेशनल कार्यकारिणी को
धन्यवाद ज्ञापित किया। वहीं जार के प्रदेशाध्यक्ष हरि बल्लभ मेघवाल ने कहा कि बीकानेर की मरूभूमि में एनयूजे-आई की मीटिंग होना हमारे राजस्थान के लिए सौभाग्य की बात है। उन्हाेंने राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश शर्मा का आभार जताया।
वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद आचार्य ने इस दौरान पत्रकारिता में सोशल मीडिया के बढ़ते दबदबे व सरकारी उपेक्षा पर अपनी बात रखी, वहीं बीकानेर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष जयनारायण बिस्सा ने पत्रकारों के समक्ष आ रही चुनौतियों के संदर्भ में अपनी बात रखी। युवा कवि व पत्रकार रोशन बाफना ने पत्रकारों पर लिखी एक कविता का भी वाचन किया। मंच संचालन करते हुए जार के बीकानेर जिलाध्यक्ष श्याम मारू ने एनयूजे-आई की इस एग्जीक्यूटिव मीटिंग को बीकानेर में आयोजित करने के पूरे सफर की विस्तार से जानकारी दी तथा बताया कि राजस्थान को जब मेजबानी मिली तो प्रदेशाध्यक्ष हरि बल्लभ मेघवाल के प्रयासों से हम लोगों को नेशनल बैठक बीकानेर में कराने का सौभाग्य मिला। इसके कारण ही आज देश भर के पत्रकार हमारे पावणे बनकर बीकानेर पधारे ये हमारे लिए गर्व की बात है। अंत में राष्ट्रीय सचिव त्रियुग नारायण तिवारी ने सभी का आभार ज्ञापित किया।
इस अवसर पर उड़ीसा से कैलाश नायक, कीर्ति साहू, आंध्र प्रदेश के बड़े प्रभारक, तेलंगाना से एस चन्द्रशेखर व श्रीनिवास पाउशेट्टी, हिमांचल से बलवीर ठाकुर, उत्तराखंड से रविन्द्र कौशिक, झारखंड से शशि भूषण, आभा निगम, दक्षिण भारत से एस. समंथा सहित राजस्थान के विभिन्न प्रांतों व बीकानेर जिले के अनेक पत्रकार मौजूद थे। बाद में देर शाम बाहर से आए सभी पत्रकारों को आचार्य तुलसी समाधि स्थल का भ्रमण कराया गया।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव