-राज्य के 7 महानगर पालिका क्षेत्रों में दो दिवसीय महोत्सव
गांधीनगर, 8 फ़रवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने श्रीअन्न तथा प्राकृतिक खेती की व्यापकता से ‘बैक टु बेसिक’ मंत्र द्वारा देश एवं दुनिया को स्वस्थ जीवन जीने की राह दिखाई है। पटेल शनिवार को अहमदाबाद में कृषि मंत्री राघवजी पटेल की उपस्थिति में आयोजित राज्य स्तरीय मिलेट महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मिलेट विक्रय-सह-प्रदर्शनी स्टॉल देखा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर गुजरात राज्य बीज निगम लिमिटेड के अहमदाबाद जिले के 3 व जामनगर जिले के 1 गोदाम कॉम्प्लेक्स का ई-लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने राज्य के 7 महानगर पालिका क्षेत्रों में दो दिवसीय ‘मिलेट महोत्सव तथा प्राकृतिक फार्मर मार्केट 2025’ के समय पर एवं सुचारू आयोजन के लिए राज्य के कृषि विभाग को सराहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स’ द्वारा इस स्वास्थ्यप्रद मोटे धान के फायदे समग्र दुनिया के समक्ष सफलतापूर्वक उजागर किए हैं। श्रीअन्न की लोकप्रियता की चर्चा करते हुए पटेल ने कहा कि कुछ दशक पहले भारत में कम आय वालों एवं गरीब परिवारों के आहार में उपयोग किया जाने वाला मोटा धान अब अमीर लोगों की थाली की शान बना है और अब तो विवाह समारोहों में भी विशेष मिलेट काउंटर देखने को मिलता है। उन्होंने विस्तृत विवरण देते हुए कहा कि आज मिलेट आधारित प्रोसेस्ड एवं पैकेज्ड फूड आइटम्स स्टोर्स एवं मार्केट तक पहुँची हैं। देश में इस क्षेत्र में 500 से अधिक स्टार्टअप्स भी कार्यरत हुए हैं। इतना ही नहीं; बड़ी संख्या में एफपीओ भी इस क्षेत्र में आगे आए हैं और स्वयं-सहायता समूहों की महिलाएँ भी अब मिलेट्स के उत्पादन बना कर आत्मनिर्भर बनी हैं। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक कृषि के लाभों एवं महत्व को समझाते हुए उपस्थित सभी लोगों से रासायनिक खेती छोड़कर गाय आधारित प्राकृतिक कृषि अपनाने का भी अनुरोध किया।
कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने कहा कि मिलेट्स की खेती किसान, भूमि एवं भोजन लेने वाले व्यक्ति सहित सभी के लिए फायदेमंद है। बच्चों से लेकर वृद्ध तक; हर आयु के व्यक्ति के लिए मिलेट अति स्वास्थ्यप्रद है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाने के प्रधानमंत्री के प्रस्ताव का विश्व के 72 देशों ने समर्थन किया था। राघवजी पटेल ने कहा कि राज्य एवं केन्द्र सरकार मिलेट की खेती को प्रोत्साहन दे रही है। पर्यावरण में सुधार तथा किसान को भी आर्थिक लाभ हो; इसके लिए प्राकृतिक खेती तथा मिलेट फसलों की खेती जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि राज्य के 7 महानगर पालिका क्षेत्रों में 8 से 9 फरवरी के दौरान दो दिवसीय ‘मिलेट महोत्सव तथा प्राकृतिक फार्मर मार्केट 2025’ आयोजित होगा और राज्यभर के मिलेट उत्पादक, कृषि उत्पादक, ऑर्गेनिक खाद उत्पादक, किसान, संस्थाएँ एवं व्यापारी एक मंच पर आएंगे। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में विभिन्न प्रकार के परिसंवाद, प्रशिक्षण, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित मिलेट विक्रय-सह-प्रदर्शनी स्टॉल्स तथा मिलेट लाइव फूड स्टॉल्स विजिटर्स में अनूठा आकर्षण जगाएंगे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय