(अपडेट) डा. मनमोहन सिंह की अंतिम अरदास में हामिद अंसारी, सोनिया गांधी और खरगे समेत कई शीर्ष नेता शामिल हुए
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- Jan 03, 2025
नई दिल्ली, 3 जनवरी (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की याद में आज अपराह्न यहां गुरुद्वारा रकाबगंज में प्रार्थना सभा (शबद कीर्तन और अंतिम अरदास) का आयोजन किया गया। इसमें कई शीर्ष नेताओं और गण्यमान्य लोग शामिल हुए और उन्होंने दिवंगत प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी।
प्रार्थना सभा में शामिल होने वाले शीर्ष नेताओं में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आदि थे। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर, पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा और तत्कालीन योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया भी प्रार्थना में शामिल हुए।
प्रार्थना सभा में शामिल होने वाले अन्य लोगों में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और अजय माकन तथा सुखजिंदर रंधावा भी थे। भाजपा नेताओं में परनीत कौर और मनजिंदर सिंह सिरसा भी मौजूद थे।
इससे पहले, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे उन गण्यमान्यों में शामिल थे, जिन्होंने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के आवास पर ‘अखंड पाठ’ में भाग लिया। खरगे ने इस अवसर पर डॉ. सिंह को याद करते हुए कहा कि उनकी स्मृतियां हमेशा हमारे दिल में रहेंगी। उनकी सादगी, सरलता और आदर्श सदैव हमें प्रेरित करते रहेंगे। इस मौके पर सोनिया गांधी ने डॉ. मनमोहन सिंह की पत्नी गुरुशरण कौर का हाथ थामते हुए हमेशा उनका साथ देने का भरोसा दिलाया।
डा. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर ने उनके आवास पर ‘अखंड पाठ (गुरु ग्रंथ साहिब का निरंतर पाठ)’ के दौरान सिख धर्मग्रंथों से एक ‘शबद’ गाया।
डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर, 2024 को 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया था। 28 दिसंबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार राजधानी के निगम बोध घाट पर उनके परिवारीजनों, रिश्तेदारों, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके काबीना मंत्रियों तथा सरकारी गण्यमान्य लोगों की मौजूदगी में किया गया। उनके अंतिम संस्कार में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, खरगे और कांग्रेस के तमाम बड़े नेता भी शामिल हुए। डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री और 1991 से 1996 तक देश के वित्त मंत्री रहे थे। उन्हें भारत के आर्थिक उदारीकरण और सुधारों का वास्तुकार माना जाता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव