सोनीपत पुलिस कर्मियों को सीन ऑफ क्राइम,फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली पर दी जानकारी  

सोनीपत, 11 फ़रवरी (हि.स.)। सोनीपत

पुलिस लाईन में स्थित पुस्तकालय में मंगलवार को पुलिस आयुक्त सोनीपत नाजनीन भसीन के

निर्देशन में राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो, पंचकूला की टीम द्वारा सीन ऑफ क्राइम, चांस

प्रिंट और राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली (एनएएफआईएस) पर कार्यशाला

की गई। कार्यशाला में पुलिस कर्मियों को ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान की गई। विशेषज्ञों

ने कहा कि अपराध स्थल वह स्थान होता है जो किसी अपराध से जुड़ा हो सकता है। यहां भौतिक

साक्ष्य मौजूद होते हैं जो आपराधिक जांच के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। अपराध स्थल जांचकर्ता

और कानून प्रवर्तन एजेंसियां इन साक्ष्यों को एकत्रित कर जांच में प्रयोग करती हैं।

यह स्थान अपराध घटने का स्थल है, कोई भी व्यक्ति, वस्तु या क्षेत्र हो सकता है, जो

अपराध से संबंधित साक्ष्य प्रस्तुत कर सके।

राष्ट्रीय

स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली भारत की अपराध जांच प्रणाली में एक अत्याधुनिक

तकनीक है, जो कानून प्रवर्तन को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाती है। यह प्रणाली फिंगरप्रिंट

डेटा को केंद्रीकृत करके, वास्तविक समय में खोज और पहचान की सुविधा प्रदान करती है,

जिससे अपराधियों की पहचान और अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण सहायता मिलती है।

इस कार्यशाला

में खरखौदा के सहायक पुलिस आयुक्त जीत सिंह, एसीची राई विपिन अहलावत समेत जिले के लगभग

सभी पुलिसकर्मियों शामिल हुए। इस दौरान विशेषज्ञों ने अपराध जांच में तकनीकी उपकरणों

और आधुनिक तरीकों के उपयोग पर विशेष जानकारी दी। इस कार्यशाला का उद्देश्य पुलिस बल

को नवीनतम तकनीकों से लैस करना और अपराध जांच को अधिक प्रभावी बनाना था।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

   

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