हल्द्वानी, 9 जून (हि.स.)। नैनीताल आने वाली हर गाड़ी का अब पुलिस रिकॉर्ड में हिसाब-किताब दर्ज किया जाएगा। पुलिस जल्द ही नैनीताल आने-जाने वाले सात रास्तों पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉर्डिंग यानी एएनपीआर कैमरे लगाने जा रही है। जिसकी मदद से पर्यटन नगरी में वाहनों के दबाव का स्थिति का पता लगेगा और व्यवस्था को नियंत्रित किया जा सकेगा।
पुलिस विभाग ने यह कदम अपराध नियंत्रण, पर्यटकों की संख्या का अनुमान और यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। एएनपीआर कैमरे कालाढूंगी, काठगोदाम, बारहपत्थर, हनुमानगढ़ी, कैंची धाम रोड, भीमताल और खैरना जैसे प्रमुख प्रवेश मार्गों पर लगाए जाएंगे। ये कैमरे एआई आधारित होंगे, जो वाहनों की नंबर प्लेट को स्वचालित रूप से स्कैन करेंगे।
इसकी मदद से वाहन की पहचान, मालिक की जानकारी और गतिशीलता का डेटा कंट्रोल रूम तक पहुंच सकेगा। हर कैमरे की लागत लगभग 2.5 से 3 लाख रुपये होगी। इन्हें लगावाने के लिए पुलिस ने जिला विकास प्राधिकरण को प्रस्ताव भेजा है। ऐसे में स्वीकृति मिलने के बाद शीघ्र ही कैमरों को लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
इस व्यवस्था से अपराध की रोकथाम में तो सहायता मिलेगी ही, साथ ही चोरी के वाहनों की पहचान और उनके मूवमेंट की जानकारी भी तुरंत प्राप्त की जा सकेगी।
इसके अलावा गाड़ियों की संख्या पता लगाने के लिए स्थापित किए जाने वाले कैमरों से पुलिस पर्यटकों की संख्या का भी पता लगा सकेगी। हालांकि यह सटीक नहीं होगा लेकिन तकरीबन संख्या पता लग सकेगी।
वहीं नैनीताल में वाहनों का दबाव बढ़ जाने का भी पुलिस को समय पर पता चल सकेगा और वाहनों का रूट डायवर्ट या उन्हें रोका जा सकेगा।
इस संबंध में एसपी ट्रैफिक डॉ.जगदीश चंद्र का कहना है कि हमने एएनपीआर कैमरे लगाने का प्रस्ताव भेजा है। डीडीए से स्वीकृति मिलनी शेष है। इससे सिर्फ यातायात व्यवस्था ही ठीक नहीं होगी बल्कि अपराध की रोकथाम में भी मदद मिलेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / DEEPESH TIWARI



