दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल का चुनावी राजनीति से संन्यास का ऐलान
- Admin Admin
- Dec 05, 2024
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी (आआपा) के शाहदरा के विधायक राम निवास गोयल ने गुरुवार को अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की।
गोयल के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए आआपा के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर कहा कि गोयल का चुनावी राजनीति छोड़ने का फैसला हम सभी के लिए एक भावनात्मक क्षण है।
76 वर्षीय गोयल ने केजरीवाल को लिखे पत्र में पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि वह बढ़ती उम्र के कारण चुनावी राजनीति से दूर रहना चाहते हैं, लेकिन वह पार्टी के लिए काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने केजरीवाल और पार्टी के सभी विधायकों से मिले सम्मान के लिए आभार जताया है।
गोयल ने पत्र में लिखा, मैं विनम्रतापूर्वक आपको अवगत कराना चाहता हूं कि पिछले 10 वर्षों से शाहदरा विधानसभा के विधायक एवं अध्यक्ष के रूप में मैंने कुशलतापूर्वक अपना दायित्व निभाया है। आपने मुझे हमेशा बहुत सम्मान दिया है, जिसके लिए मैं सदा आपका आभारी रहूंगा। पार्टी और सभी विधायकों ने भी मुझे बहुत सम्मान दिया है। इसके लिए मैं सबका आभार प्रकट करता हूं।
गोयल ने कहा, अपनी आयु के कारणों से स्वयं को चुनावी राजनीति से अलग करना चाहता हूं। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि मैं आम आदमी पार्टी में रहकर पूरे तन, मन और धन से सेवा करता रहूंगा। आपके द्वारा जो भी दायित्व मुझे सौंपा जाएगा उसको निभाने का प्रयास करूंगा।
आआपा के संयोजक केजरीवाल ने गोयल की प्रशंसा की और चुनावी राजनीति छोड़ने के उनके फैसले को एक भावनात्मक क्षण बताया। केजरीवाल ने एक्स पर कहा, “रामनिवास गोयल का चुनावी राजनीति से अलग होने का निर्णय हम सभी के लिए एक भावुक क्षण है। उनके मार्गदर्शन ने वर्षों तक हमें सदन के अंदर और बाहर सही दिशा दिखाई है। अपनी बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य के चलते उन्होंने हाल ही में अभी कुछ दिन पहले ही चुनावी राजनीति से अलग होने की अपनी इच्छा ज़ाहिर की थी। उनके निर्णय का हम सम्मान करते हैं। गोयल साहब हमारे परिवार के अभिभावक थे, हैं और हमेशा रहेंगे। पार्टी को उनके अनुभव और सेवाओं की भविष्य में भी हमेशा ज़रूरत रहेगी।”
उल्लेखनीय है कि 76 वर्षीय गोयल पहली बार 1993 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर शाहदरा से विधायक चुने गए थे। 2015 में वह भाजपा छोड़कर आआपा में शामिल हो गये और शाहदरा से ही छठी और सातवीं विधानसभा के सदस्य चुने गए।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार