कलेक्टर ने रद्द की रोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल की अनुमति, विधायक बोले-विरोधियों की साजिश
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- Jan 10, 2025
बाड़मेर, 10 जनवरी (हि.स.)। कलेक्टर टीना डाबी ने 12 जनवरी को होने वाले रोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल प्रोग्राम की अनुमति को रद्द कर दिया है। इसके बाद विवाद शुरू हो गया है। शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने राजनीतिक विरोधियों पर षड्यंत्र रचकर प्रोग्राम को निरस्त करवाने का आरोप लगाया है। उनके समर्थक सोशल मीडिया एक्स पर हैश टैग थार घातक भाजपा ट्रेंड करवा रहे हैं।
विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि प्रशासन से इजाजत मिलने के बाद हमने इस कार्यक्रम की तैयारियां शुरू की, लेकिन मेरे राजनीतिक विरोधियों ने षड्यंत्र रचकर इसे निरस्त करवा दिया। ये बाड़मेर-जैसलमेर, बालोतरा की जनता के साथ धोखा है।
मामले में कलेक्टर टीना डाबी का कहना है कि भारत-पाक बॉर्डर नजदीक होने के चलते सुरक्षा लिहाज से अनुमति रद्द की गई है। यह इलाका प्रतिबंधित है। यहां पर आने-जाने के लिए बाहरी व्यक्ति को इजाजत लेनी पड़ती है। इस प्रोग्राम में कौन-कौन, कहां-कहां से आएंगे, इसको लेकर कोई लिस्ट नहीं दी गई है।
शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने 11 नवंबर को कलेक्टर को पत्र लिखकर रोहिड़ी के धोरों पर 12 जनवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम 'द रोहिड़ी फेस्ट' की अनुमति मांगी थी। 31 दिसंबर 2024 को गडरारोड एसडीएम हनुमानराम ने एक आदेश जारी कर इसकी अनुमति दी थी। इसके बाद कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गई थी। रोहिड़ी के धोरों पर देशभर के कई प्रसिद्ध कलाकारों को आमंत्रित किया था। इसमें अलग-अलग राज्यों से भी कई लोग शरीक होने वाले थे।
रायसिंह, गिरधरसिंह, रेवंत सिंह और अन्य ग्रामीणों ने सात जनवरी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि रोहिड़ी गांव (गडरारोड) में 12 जनवरी को सांस्कृतिक प्रोग्राम द रोहिड़ी फेस्टिवल हो रहा है। यह प्रोग्राम भारत-पाकिस्तान सीमा के पास होने से इसमें संदिग्ध गतिविधियां होने की संभावना है। ग्रामीणों ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से इस प्रोग्राम को निरस्त करने की मांग की थी।
ग्रामीणों के प्रार्थना पत्र के बाद जिला प्रशासन ने एसपी बाड़मेर, बीएसएफ डीआईजी और एसडीएम गडरारोड से रिपोर्ट मांगी, जिसके आधार पर कार्यक्रम की अनुमति को निरस्त कर दिया।
प्रशासन का तर्क है कि सांस्कृतिक प्रोग्राम स्थल गांव रोहिड़ी इंटरनेशनल बॉर्डर के नजदीक है।
भारत सरकार की अधिसूचना साल 1961 और 1966 के तहत आम लोगों के लिए आवागमन व विचरण के लिए प्रतिबंधित थाना इलाके में स्थित है। इसमें निवासरत व्यक्तियों के अलावा सभी नागरिक अनुमति लेकर ही प्रवेश कर सकते हैं। प्रोग्राम इंडो-पाक सीमा से मात्र पांच किलोमीटर की परिधि में है। राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से प्रोग्राम का आयोजना करना उचित प्रतीत नहीं हो रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित