जिलाधिकारी के निर्देश पर एएनएम द्वारा नर्सिंगहोम चलाने के मामले में सेवा समाप्त करने की तैयारी शुरू

जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने की थी नर्सिंग होम की जांच

मुरादाबाद, 19 जनवरी (हि.स.)। मुरादाबाद के थाना पाकबड़ा के अपंजीकृत नर्सिंग होम की चलने वाली एएनएम के मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर आरोपित एएनएम की सेवा समाप्त करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। बीते सप्ताह एएनएम के फर्जी अस्पताल में एक महिला की डिलीवरी के बाद मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ भी की थी।

पाकबड़ा के वार्ड संख्या एक सैनी की मढैया मोहल्ला निवासी संजीव सैनी की पत्नी रजनी देवी (23 वर्ष) गर्भवती थी। संजीव सैनी ने बताया था कि रजनी को बीते दिसम्बर माह पाकबड़ा के बड़ा मंदिर मोहल्ले में संचालित निजी अस्पताल मानसी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। इस अस्पताल की संचालिका पाकबड़ा के रतनपुर कलां पीएचसी पर एएनएम के रूप में तैनात सावित्री थी। झोलाछाप सावित्री के द्वारा किए गए रजनी के ऑपरेशन से एक बच्ची पैदा हुई थी। ऑपरेशन के बाद रजनी की हालत खराब हो गई थी। तभी से उसका यहीं उपचार चल रहा था। बीती 12 जनवरी को सुबह लगभग 4 बजे रजनी की मौत हो गई थी। इसके बाद आरोपित डाक्टर ने रजनी को बड़े अस्पताल में दिखाने के लिए कहा। हम उसे जिंदा मानकर मल्टी सिटी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने मृत बताया था। इसके बाद परिजन महिला के शव को लेकर वापस झोलाछाप के अस्पताल पर पहुंचे और हंगामा काटा। हंगामा करने वाले कुछ लोगों ने अस्पताल की दूसरी मंजिल पर लगे शीशे तोड़ दिए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया था। इसके बाद परिजनों ने थाने में आरोपित अस्पताल संचालिका के खिलाफ तहरीर दी थी।

इस प्रकरण में जिलाधिकारी अनुज सिंह से भी शिकायत की गई थी। डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. कुलदीप सिंह की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर आरोपित नर्सिंग होम संचालिका और नर्सिग की जांच के निर्देश दिए थे। जांच में खुलासा हुआ कि पाकबड़ा के रतनपुर कलां पीएचसी पर एएनएम के रूप में तैनात सावित्री मानसी नर्सिंग होम के नाम से अपंजीकृत हॉस्पिटल चला रही थी। आरोपित एएनएम सरकारी अस्पताल में तैनाती का फायदा उठाकर वह क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अपने अस्पताल में भेज देती थीं। सावित्री व उनके पति ऋषिपाल मिलकर अवैध रूप से नर्सिंगहोम का संचालन कर रहे थे। दो दिन पहले डीएम अनुज सिंह ने आरोपित एएनएम के विरुद्ध अभी तक कार्रवाई न होने पर स्वास्थ्य विभाग की फटकार लगाई थी। जिलाधिकारी फटकार के बाद स्वास्थ्य विभाग एएनएम की सेवा समाप्त करने की तैयारी कर रहा है। आरोपित पति-पत्नी के खिलाफ पहले ही मुकदमा दर्ज हो चुका है। अब विभाग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि झोलाछाप के अस्पताल में बीते सप्ताह मृतक महिला की डिलीवरी किस डॉक्टर ने की। आरोप हैं कि एएनएम सावित्री ने ही महिला की डिलीवरी की थी। ऑपरेशन के दौरान एनेस्थेटिस्ट या बाल रोग विशेषज्ञ मौजूद थे या नहीं।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल

   

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