सिरमौर में एफडीआर तकनीक से बनेगी जमटा-बिरला सड़क
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- Jan 09, 2025
नाहन, 09 जनवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में पहली बार एफडीआर (फुल डेफ्थ रिक्लामेशन) तकनीक से जमटा-बिरला सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह न केवल नाहन विधानसभा क्षेत्र बल्कि पूरे डिवीजन की पहली सड़क होगी जिसका निर्माण इस अत्याधुनिक तकनीक से किया जा रहा है। 21.33 किलोमीटर लंबी इस सड़क पर 19.15 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसका निर्माण पूरी तरह से ईको-फ्रेंडली तरीके से होगा।
एफडीआर तकनीक से सड़क की लाइफ शैल 15-20 वर्ष तक बनी रहेगी। इससे न तो पहाड़ों के दरकने का खतरा होगा और न ही पर्यावरण को कोई नुकसान पहुंचेगा। इस तकनीक में सड़क निर्माण के दौरान निकलने वाले मैटीरियल को यहीं रिसाइकल कर प्रयोग में लाया जाएगा जिससे प्राकृतिक संसाधनों की बचत होगी।
इस सड़क का अपग्रेडेशन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) - 3 के तहत किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के एसई अरविंद कुमार शर्मा, एक्सईएन आलोक जनवेजा, एसडीओ दलीप सिंह सहित अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में इस सड़क के 100 मीटर पैच का ट्रायल किया गया। ट्रायल के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उसी आधार पर पूरी सड़क का निर्माण कार्य आगे बढ़ेगा।
एसई अरविंद कुमार शर्मा ने बताया कि सिरमौर जिले में एफडीआर तकनीक से तीन सड़कों के अपग्रेडेशन को मंजूरी मिली है जिनमें से पांवटा साहिब में पहले ही इसका ट्रायल हो चुका है। जमटा-बिरला सड़क पर यह एफडीआर तकनीक का दूसरा ट्रायल है। यह एक जर्मन तकनीक है, जिसमें सड़क निर्माण के लिए पहले सीमेंट का इस्तेमाल किया जाता है, और फिर उसी सड़क के मैटीरियल को रिसाइकल कर इसकी स्ट्रेंथ को बढ़ाया जाता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर