कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कॉर्पोरेट मोनोपोली को बढ़ावा देकर देश को जोखिम में डालने का आरोप लगाया

कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कॉर्पोरेट मोनोपोली को बढ़ावा देकर देश को जोखिम में डालने का आरोप लगाया


जम्मू, 8 दिसंबर । सीनियर कांग्रेस नेता और डीडीसी सुचेतगढ़, तरनजीत सिंह टोनी ने सोमवार को केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि देश एक ऐसे खतरनाक दौर में प्रवेश कर रहा है, जहाँ सरकारी संरक्षण और निजी रिश्तों के बल पर पनप रही कॉर्पोरेट मोनोपोली देश को बंधक बना सकती है। उन्होंने हाल ही में इंडिगो की उड़ानों के बड़े पैमाने पर रद्द होने की घटना को आने वाले समय की चेतावनी बताया। टोनी ने कहा कि एविएशन सेक्टर में हालिया संकट इस बात का सबूत है कि सरकार निजी कंपनियों को रेगुलेट करने में नाकाम रही है। उनके अनुसार, जब मोदी सरकार मोनोपोली को खुली छूट देती है, तो हालात बिगड़ते हैं। आज इंडिगो ने यात्रियों को परेशान किया, कल अंबानी या अडानी जैसी कंपनियाँ और बड़े सेक्टरों को अपनी मर्ज़ी से चलाने लगेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और बड़े कॉर्पोरेट घरानों की नज़दीकी ने इन कंपनियों को राष्ट्रीय संसाधनों पर अनुचित पहुँच उपलब्ध कराई है।

कांग्रेस नेता ने चेतावनी दी कि यदि फ्यूल, गैस, बिजली या अन्य ज़रूरी क्षेत्रों पर बड़े कॉर्पोरेट समूहों का कंट्रोल बढ़ा, तो अगला संकट कहीं ज़्यादा विनाशकारी होगा। उन्होंने कहा कि जैसे इंडिगो ने लाखों यात्रियों को मुश्किल में डाला, वैसे ही भविष्य में देश को भी कॉर्पोरेट मोनोपोली द्वारा बंधक बनाना पड़ सकता है। टेलीकॉम सेक्टर का उदाहरण देते हुए टोनी ने कहा कि जियो अब 41 प्रतिशत से अधिक बाज़ार पर कब्ज़ा कर चुका है, और ओवरबिलिंग जैसे गंभीर मुद्दों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने इसे सरकार द्वारा संरक्षित मोनोपोली करार दिया, जो स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को खत्म कर रही है। टोनी ने तत्काल रेगुलेटरी सुधारों की मांग करते हुए कहा कि नागरिकों को जवाबदेही चाहिए, न कि ऐसी सरकार जो निजी मुनाफे को जनता के हित से ऊपर रखती है और कॉर्पोरेट समूहों को देश की दिशा तय करने की ताकत देती है।

   

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