साझेदारी टूटने की अनबन : बच्चों को क्या पता था, जिसे वे दादा मान रहे है वो एक दिन उनकी जान लेगा
- Admin Admin
- Jan 27, 2025
-दो मासूमों को फंदे पर लटका कर हत्या, आरोपित नाथद्वारा से दस्तयाब, फर्जी नाम पते से व्यवसाय, बच्चे आरोपित को दादा समझ कर सेवाचाकरी करते थे
जोधपुर, 27 जनवरी (हि.स.)। शहर के बोरानाडा पुलिस थाना क्षेत्र में दो मासूम बच्चों की हत्या कर दी गई। बच्चों को फंदे पर लटका कर आरोपित फरार हो गया। जिसकी तलाश में लगी पुलिस टीमें उसे नाथद्वारा राजसमंद से दस्तयाब कर लाई। हत्या का कारण प्रथम दृष्टया बच्चों के पिता और आरोपित के बीच में व्यापारिक साझेदारी टूटने और अनबन की बात लगी है। साझेदारी टूटने के बाद भी बच्चों का आरोपित के घर आना जाना था और वे उसे अपना दादा समान समझते थे। आरोपित से अब कड़ी पूछताछ की जा रही है।
अपहरण के बाद हत्या :
रायबरेली उत्तरप्रदेश हाल एडी इंडस्ट्री ई-214 के रहने वाले प्रदीप पाल पुत्र ओमप्रकाश पाल की तरफ से बोरानाडा थाने में 25 जनवरी को अपने दो बच्चों के अपहरण की रिपोर्ट दी गई थी। इसमें बताया कि 24 जनवरी को सुबह के समय बच्चें स्कूल जा रहे थे तब उसकी फैक्ट्री के गेट के चौकीदार ने बताया कि आपके बच्चों को श्याम सिंह भाटी स्कूल ले जाने का कहकर अपने साथ ले गया है। मगर बच्चें वापिस नहीं लौटे। साथ ही श्याम सिंह भाटी का पता नहीं चला।
किराए के कमरे की ली गई तलाशी, फंदे पर लटके मिले बच्चें :
पुलिस उपायुक्त राजर्षि राजवर्मा ने बताया कि श्यामसिंह भाटी के किराए के रहवासी मकान संख्या 165/01 स्वरूप नगर जैन मंदिर वाली गली बोरानाडा पर पंहुच मकान के संबंध में संदिग्धता लगने से बन्द मकान के ताले तोड़ कर तलाशी ली गयी। रहवासी मकान के एक कमरे के अन्दर दोनों बच्चो तमन्ना उर्फ तमन्या व शिवापाल के शव पंखे के हुक से लटकाये हुए मिले एवं श्याम सिंह मकान में नहीं मिला। जिस पर श्यामसिंह द्वारा दोनों बच्चों के हत्या करने की पुष्टि होने पर मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया जाकर साक्ष्य संकलित करवाए गए। बच्चों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया।
पुलिस टीम को लगाया गया:
पुलिस आयुक्त राजेन्द्र सिंह व पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज के निर्देशानुसार व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम निशान्त भारद्वाज व सहायक पुलिस आयुक्त, वृत्त बोरानाड़ा, आनन्दसिंह राजपुरोहित के सुपरविजन में थानाधिकारी शकील अहमद के नेतृत्व में आरोपित की तलाश आरंभ की गई। टीमों द्वारा घटनास्थल व आस पास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तलाश करते हुए पाली शहर में सुरागसी लगने एवं आरोपित श्याम सिंह भाटी का मोबाइल पाली शहर मे किसी होटल में मिलने पर तकनीकी विश्लेषण व साइबर सैल द्वारा एकत्रित डाटाबेस के आधार पर जिला विशेष टीम(डीएसटी) प्रभारी पिन्टु कुमार, हैडकांस्टेबल गंगा सिंह, कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह, मोतीलाल, भंवरलाल द्वारा करीब 200-300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे व परम्परागत पुलिस प्रक्रिया द्वारा आरोपित को नाथद्वारा राजसमन्द से दस्तयाब किया गया।
यह आई हत्या की वजह सामने :
पुलिस उपायुक्त राजर्षि राजवर्मा के अनुसार श्याम सिंह भाटी मृतका तमन्या व मृतक शिवापाल के पिता प्रदीपपाल निवासी ग्राम पूरेपंची जिला रायबरेली उत्तर प्रदेश के साथ करीब पन्द्रह साल से चूड़ी फैक्ट्री में काम कर रहा है, मगर मुल्जिम द्वारा शुरू से ही अपनी पहचान छुपाकर फर्जी नाम श्याम सिंह भाटी पुत्र किशोर सिंह भाटी निवासी फलोदी के नाम से काम करता रहा एवं फर्जी नाम से अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं बैंक में खाता खुलवाकर व्यवसाय करता रहा एवं करीब एक साल पहले मुकुन्द थानवी उर्फ श्याम सिंह भाटी द्वारा मृतकों के पिता प्रदीप पाल के साथ अलग चूड़ी का व्यवसाय शुरू किया गया एवं साथ में ही निवास करते रहे एवं करीब 20-25 दिन पहले मुकुन्द थानवी उर्फ श्याम सिंह भाटी व मृतकों के पिता प्रदीप पाल के बीच अनबन होने पर प्रदीप पाल उक्त फैक्ट्री को छोड़कर पुन: पूर्व फैक्ट्री में काम करने लग गया। मगर मुल्जिम मुकुन्द थानवी उर्फ श्यामसिंह भाटी द्वारा प्रदीप पाल व उसके बच्चों के पास आना जाना लगा रहा।
अपहरण एवं हत्या के इरादे से आया :
24 जनवरी को सुबह के समय मुल्जिम मुकुन्द थानवी उर्फ श्याम सिंह भाटी द्वारा प्रदीप पाल के निवासरत फैक्ट्री के गेट के आगे आया व उनको स्कूल छोड़ने का बहाना बनाकर अपने किराए के मकान पर ले जाकर हत्या कर फांसी के फंदे पर लटका कर मकान का बाहर से ताला लगाकर मौके से फरार हो गया।
असली नाम मुकुल थानवी, परिवार व समाज से भी बहिष्कृत :
डीसीपी वेस्ट राजर्षि राजवर्मा ने बताया कि आरोपित को दस्तयाब करने के बाद पुछताछ की गई तो उसका सही नाम मुकुन्द थानवी पुत्र किस्तुरचन्द थानवी निवासी भैया नदी पोस्ट ऑफिस के पास फलौदी होना पाया गया। आरोपित के पिता पूर्व में स्कूल में प्रिंसीपल के पद पर कार्यरत थे तथा आरोपित द्वारा परिवार वालों के साथ रहने के समय ही गलत कार्य करने के कारण परिवार वालों द्वारा समाज व परिवार से बहिष्कृत कर दिया था जो पिछले 20 सालों से जोधपुर में आकर रहने लगा तथा अपने नाम की पहचान छुपाकर छद्म नाम श्याम सिंह भाटी पुत्र किशोर सिंह भाटी निवासी बोरानाड़ा जोधपुर से आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य दस्तावेज तैयार करवाये तथा छदम पहचान लेकर चूड़ी फैक्ट्री में काम करने व निवास करने लग गया।
पुलिस को गुमराह करने का प्रयास, सुसाइड नोट छोड़ा :
आरोपित शातिर प्रवृत्ति का है। पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठा सुसाइड नोट छोड़ा व पाली से पुलिस द्वारा बैसिक पुलिसिंग करते हुए नाथद्वारा पहुंच अपराधी को दस्तयाब किया।