नगांव (असम), 08 नवंबर (हि.स.)। सामागुरी में फिर से चुनावी हिंसा देखने को मिली है। असम विधानसभा की पांच सीटों के लिए आगामी 13 नवंबर को होने जा रहे चुनाव के मद्देनजर सबसे अधिक तनावपूर्ण स्थिति सामागुरी विधानसभा में देखने को मिल रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बीती रात कांग्रेस के तीन अस्थायी कार्यालयों में तोड़-फोड़ किये जाने का आरोप लगाया जा रहा है। उपचुनाव की पूर्व संध्या पर, सामागुरी में उतेजनापूर्ण माहौल बन गया है। दिन-ब-दिन सामागुरी में हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या सामागुरी चुनाव का मतलब हिंसा है? सामागुरी में कभी किसी की पिटाई की घटनाएं घट रही हैं तो कभी गाड़ियां तोड़ी जा रही हैं।
कांग्रेस द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि हमारे कई अस्थायी कार्यालयों को क्षतिग्रस्त किया गया है। कांग्रेस समर्थकों ने कहा है कि उपद्रवियों ने अस्थायी कार्यालय में तोड़फोड़ की और कांग्रेस आवास पर हमला किया। हमले में एक व्यक्ति घायल भी हो गया। ज्ञात हो कि चुनाव की घोषणा के बाद से हिंसा के तीन से चार मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें कभी भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है तो कभी कांग्रेस ने।
हिन्दुस्थान समाचार / असरार अंसारी