भोपाल में आलमी तब्लीगी इज्तिमा का दुआ-ए-खास के साथ हुआ समापन, रवाना होने लगी जमातें
- Admin Admin
- Dec 02, 2024
भोपाल, 2 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी क्षेत्र में आयोजित मुस्लिम समाज के सबसे बड़े धार्मिक सम्मेलन 77वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा का सोमवार को दुआ-ए-खास के साथ समापन हो गया। चार दिवसीय इस आयोजन में देशभर से उलेमाओं की तकरीर हुई। सोमवार को फजिर की नमाज के बाद की तकरीर में फिर से उन बातों को दोहराया गया। इज्तिमा में अंतिम दिन देश-विदेश से आए 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। इज्तिमा के समापन के साथ यहां आई जमातों की वापसी भी शुरू हो गई है।
मौलाना सआद साहब कांधालवी साहब ने दुआ-ए-खास कराई। इस इज्तिमा में धार्मिक शिक्षाएं दी गईं और इबादत की गूंज से चारों ओर सुकून का माहौल था। समापन के दौरान हुई दुआ-ए-खास से पहले मौलाना सआद ने जमात में निकलने वालों को खास ताकीद की। उन्होंने कहा कि ये अकीदा तोड़ने से खराब हालात होंगे। नेक राह जो बताई है, उस पर चलने वाले बनो, तो तुम्हारी हर परेशानी खत्म हो जाएगी। आपसी रिश्ते बेहतर रखें और सबके काम आएं।
जाम की वजह से बढ़ा दुआ का वक्त
सोमवार को सुबह 9.30 बजे दुआ-ए-खास होनी थी। यहां अल सुबह से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया, लेकिन, काजी कैंप से लेकर नबी बाग तक जारी मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए बैरिकेड्स लगे होने से करोंद चौराहा, इस्लामपुरा जोड़, मुबारकपुर ओवरब्रिज पर कई जगह जाम के हालात बन गए। ऐसे में दुआ के समय में इजाफा किया गया। मौलाना सआद साहब का बयान पूरा होने के बाद दोपहर 12.22 बजे दुआ-ए-खास की शुरुआत हुई और 12.44 बजे खत्म हुई। इसके बाद भोपाल मरकज के इकबाल हफीज ने जमातियों को वापसी का शेड्यूल समझाया।
इज्तिमा में पहुंचे 33 देशों के लोग
इज्तिमा कमेटी के मीडिया को-ऑर्डिनेटर डॉ. उमर हफीज ने बताया कि इस साल इज्तिमा में 33 देशों से 433 मेहमान आए हैं। इन्हें हाई सिक्योरिटी एरिया में ठहराया गया। विदेशों से आई इन जमातों के लिए तीन लेवल पर सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। उन्होंने बताया कि थ्री लेयर सिक्योरिटी में हर लेवल पर 50-50 वॉलंटियर्स तैनात रहे। इनकी ड्यूटी 8-8 घंटे की रही।
इज्तिमा के मीडिया कोआर्डिनेटर डॉ. हफीज ने बताया कि इज्तिमा के पहले तीन दिन में करीब आठ लाख लोग शामिल हुए थे, लेकिन आखिरी दिन 600 एकड़ का पूरा एरिया फुल हो गया, जिसके चलते कई लोगों को पार्किंग में शिफ्ट करना पड़ा। सुबह तीन नई पार्किंग बनाई गईं। भीड़ बढ़ने पर इंडस्ट्रियल एरिया के पास खाली जगहों पर लोगों को बिठाया गया। दुआ के पहले ही लोगों की संख्या करीब 10 लाख तक पहुंच गई थी।
इज्तिमा प्रबंधन के अनुसार, दुआ के बाद इज्तिमा से लगभग 2,000 जमातें देशभर के अलग-अलग हिस्सों के लिए रवाना होने लगी है। एक घंटे तक केवल पैदल जाने वाले लोगों को निकलने दिया गया। इसके बाद इज्तिमा की सभी पार्किंगों से दो पहिया वाहन निकालने दी गईं। दो घंटे बाद पार्किंग से चार पहिया वाहन निकालने की इजाजत दी गई। इसके बाद हैवी व्हीकल निकाले गए। वहीं ट्रेनों से जाने वाले यात्रियों को सीधे गाड़ियों से स्टेशन पहुंचाया गया।
इज्तिमा के कार्यक्रम बड़े स्तर पर किया गया था। सभी जगहों से आए आलमी तब्लीगी जमातों के लिए 500 से ज्यादा चार्जिंग प्वाइंट के अलावा दो हजार से ज्यादा लोगों के लिए खाने-पीने और सोने की अच्छी व्यवस्था की गई थी। इस आयोजन को लेकर भोपाल प्रशासन ने पहले से ही सभी तैयारियां कर ली थी, ताकि किसी को भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
इन रूट्स पर रहा भारी ट्रैफिक
पुराने भोपाल से इज्तिमा स्थल की ओर आवागमन करने वाले मार्गों, जैसे- मुबारकपुर से पटेल नगर नया बायपास, गांधी नगर से अयोध्या नगर बायपास, रत्नागिरी, लाम्बाखेड़ा से करोंद, भोपाल टॉकीज, पीरगेट, मोती मस्जिद, रॉयल मार्केट, लालघाटी चौराहा, नादरा बस स्टैंड, भोपाल मुख्य रेलवे स्टेशन, अल्पना तिराहा, भारत टाकीज, बोगदा पुल आदि क्षेत्रों में भारी संख्या में जनसमुदाय और वाहनों की आवाजाही के कारण यातायात दबाव रहा।
इज्तिमा आयोजन को सफल बनाने में प्रशासन और विभिन्न संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान था। इज्तिमा इंतेजामिया कमेटी ने सभी सहयोगियों का आभार जताया और आयोजन के दौरान मदद करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों का धन्यवाद किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर