मंडी में 13 को मनाया जाएगा, सेरी मंच पर होगा धमाल, उड़ेगा गुलाल

मंडी, 11 मार्च (हि.स.)। मंडी शहर में होली 13 मार्च गुरूवार को खेली जाएगी। पिछले 20 सालों से मंडी ही नहीं बल्कि आसपास के हजारों लोग ऐतिहासिक सेरी मंच पर जुटते हैं व जमकर धमाल करते हैं, एक दूसरे पर गुलाल उड़ाते हैं व खूब जश्न होता। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने भी 13 मार्च को स्थानीय अवकाश घोषित कर दिया है ताकि होली के हुड़दंग में शिक्षण संस्थाओं व कार्यालयों में आने वाले परेशान न हो और होली का ही जश्न मनाएं।

मुख्य राज देवता माधो राय जो स्वयं कृष्ण के ही रूप हैं, मंदिर से पालकी में सवार होकर निकलते हैं और इस शोभायात्रा के साथ ही होली को विराम लग जाता है। मंडी में होली का पर्व इस बार एक नए अंदाज में मनाया जाएगा। 13 मार्च को सेरी चानणी मैदान में आयोजित होने वाले इस उत्सव को ‘‘रंगोत्सव मंडी 2025‘‘ नाम दिया गया है। यह आयोजन इस बार पारंपरिक और आधुनिकता का अनूठा संगम साबित होगा। शिक्षाविद धर्मेंद्र राणा, युवा व्यापारी दीप कपूर और निजी मीडिया समूह की प्रबंध निदेशक मोनिका ठाकुर संयुक्त रूप से इस उत्सव को आयोजित कर रहे हैं।

धर्मेंद्र राणा पिछले 20 वर्षों से इस आयोजन का नेतृत्व कर रहे हैं। इस बार उन्होंने युवाओं को भी इस उत्सव में शामिल किया है। राणा ने कहा, ‘‘पहले मैं अकेले इस आयोजन को करवाता था लेकिन इस बार मुझे खुशी है कि युवाओं का जोश और नई सोच भी इसके साथ जुड़ी है।‘‘

युवा व्यापारी दीप कपूर ने इस उत्सव को और बड़े स्तर पर ले जाने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा सपना है कि यह उत्सव भविष्य में हिमाचल ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत का सबसे बड़ा होली उत्सव बने।‘‘

मोनिका ठाकुर ने बताया कि इस बार पहली बार इस आयोजन को एक नाम दिया गया है और इसे बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘रंगोत्सव मंडी 2025 न केवल एक उत्सव है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और एकता का प्रतीक है।‘‘

इस बार के आयोजन में कई नए बदलाव देखने को मिलेंगे। स्टेज और साउंड सिस्टम को और आकर्षक बनाया गया है। साथ ही, सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर पुरानी और नई टीम का एक अनूठा आयोजन इस आयोजन को सफल बनाने के लिए काम कर रहा है।

मंडी में होली का यह उत्सव हर साल हजारों लोगों को एक साथ लाता है। इस बार भी उम्मीद है कि सेरी चानणी मैदान में भारी संख्या में लोग जुटेंगे और शांति और उल्लास के साथ इस पर्व को मनाएंगे।

सभी आयोजकों ने लोगों से ‘‘रंगोत्सव मंडी 2025‘‘ में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह उत्सव न केवल रंगों का, बल्कि एकता और उत्साह का प्रतीक है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

   

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