योग एवं प्राणायाम प्रतिरोधक शक्ति के साथ संजीवनी भी : डॉ. बी.पी अग्रवाल

-विज्ञान जागरूकता में बच्चों को बताया योग व प्राणायाम का महत्व

प्रयागराज, 07 अक्टूबर (हि.स.)। दि इंस्टिट्यूट ऑफ अप्लाईड साइंसेज के तत्त्वावधान में सीबीएसई स्कूल किड्स एकेडमी महेवा, नैनी में विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम सोमवार को किया गया। मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध चिकित्सक एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बी.पी अग्रवाल ने कहा कि योग एवं प्राणायाम का नियमित अभ्यास न हमें विभिन्न रोगों से बचाता है, बल्कि रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक शक्ति प्रदान कर हमारी इम्यूनिटी को प्रबल करता है, यह संजीवनी है।

डॉ. अग्रवाल ने योग एवं स्वास्थ्य विषय पर बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को भोर में उठ कर पढ़ने और योगाभ्यास का नियमित अभ्यास करना चाहिए। जिससे उनकी स्मरण शक्ति बढ़ती है और पाठ्य सामग्री आसानी से कंठस्थ हो जाती है। कुछ भी पढ़ा हुआ याद करना आसान हो जाता है। उन्होंने अभिभावकों का आवाहन करते हुए कहा कि अपने बच्चों को बचपन से ही योगाभ्यास करने की आदत डालनी चाहिए तथा उनको नियमित करने के लिये प्रेरित करें। डॉ. अग्रवाल ने भ्रामरी, उथगीत, कपाल भाति, अनुलोम-विलोम एवं ऊॅं उच्चारण का अभ्यास कराया, जिसे विद्यार्थियों ने सफलता पूर्वक किया।

इसके पूर्व विद्यालय की प्रधानाचार्या शुभा भट्टाचार्या ने अतिथियों का स्वागत किया। राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ. नीरज कुमार ने अतिथियों का परिचय एवं संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्राणायाम में ऊॅ उच्चारण के महत्व को बताया और श्वास प्रणाली को सुगम तथा मस्तिष्क कोषांं के सक्रियता में इसकी भूमिका पर चर्चा की।

टैगोर पब्लिक स्कूल के वरिष्ठ रसायन शास्त्र प्रवक्ता एवं जिला विज्ञान समन्वयक संजय श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को विज्ञान में रुचि रखने एवं विज्ञान मे ही अपना कॅरियर तलाशने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि देश को विज्ञान के क्षेत्र में नई खोज एवं शोध करने वाले वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने की अत्यंत जरुरत है। प्रबंध निदेशक दीपक अरोड़ा ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। प्रबंध तंत्र की मनीषा अरोड़ा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

   

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