महाकुम्भ : श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनाने को तेजी से काम कर रही योगी सरकार

-पूरी होगी श्रद्धालुओं की मुराद, इसी माह पूर्ण होगा मंदिरों का कायाकल्प

-15 नवम्बर तक पूरा होगा ज्यादातर मंदिरों के कॉरिडोर और जीर्णोद्धार का कार्य

-पर्यटन विभाग, स्मार्ट सिटी और पीडीए तालमेल से पूरी कर रहे जिम्मेदारी

प्रयागराज, 04 नवम्बर (हि.स.)। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन महाकुम्भ में आस्था अपने चरम पर होगी। गंगा, यमुना और सरस्वती के मिलन वाले पावन स्थल संगम पर जहां लाखों-करोड़ाें लोग स्नान कर अपनी श्रद्धा प्रकट करेंगे,वहीं प्रयागराज के पौराणिक मंदिरों में शीश नवाकर अपनी यात्रा को सुखमय और सम्पूर्ण बनाएंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने महाकुम्भ की तैयारियों के साथ-साथ प्रयागराज के मंदिरों के कायाकल्प का भी बीड़ा उठाया है जो अब समापन के करीब पहुंच गया है।

पौराणिक महत्ता वाले प्रयागराज के तमाम मंदिरों के कॉरिडोर और जीर्णोद्धार का कार्य लगभग खत्म होने वाला है। ऐसी कुल 19 परियोजनाओं में से 17 परियोजनाएं 15 नवम्बर तक पूर्ण कर ली जाएंगी। जबकि 2 परियोजनाएं 30 नवम्बर तक पूर्ण हो जाएंगी।

-तेज गति से चल रहा काम

हाल ही में लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा महाकुम्भ की समीक्षा बैठक में इसको लेकर निर्देश दिए गए हैं। इसमें बताया गया कि मंदिरों के कॉरिडोर और जीर्णोद्धार से सम्बंधित परियोजनाओं में तीन प्रमुख विभाग कार्य कर रहे हैं। इसमें पर्यटन विभाग, स्मार्ट सिटी और प्रयागराज विकास प्राधिकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है। ये तीनों विभाग आपसी समन्वय से इन सभी परियोजनाओं को तेज गति से पूरा करने में जुट गए हैं।

-तत्परता से कार्य कर रहा पर्यटन विभाग

मंदिर कॉरिडोर और जीर्णोद्धार से सम्बंधित कुल 15 परियोजनाएं ऐसी हैं, जिस पर पर्यटन विभाग काम कर रहा है। पर्यटन विभाग के अनुसार, 15 में से 14 परियोजनाएं 15 नवम्बर तक पूर्ण कर ली जाएंगी, जबकि एक परियोजना 30 नवम्बर तक पूर्ण होगी। 15 नवम्बर तक पूर्ण होने वाली परियोजनाओं में भरद्वाज कॉरिडोर, मनकामनेश्वर मंदिर कॉरिडोर समेत द्वादश माधव मंदिर, पड़िला महादेव मंदिर, अलोपशंकरी मंदिर और 9 अन्य मंदिरों का जीर्णोद्धार शामिल है।

-स्मार्ट सिटी और पीडीए ने भी बढ़ाई रफ्तार

इसी तरह, स्मार्ट सिटी 3 प्रमुख परियोजनाओं पर काम कर रहा है और तीनों ही परियोजनाएं 15 नवम्बर पूर्ण हो जाएंगी। इसमें अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर और पातालपुरी कॉरिडोर जैसी प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं। वहीं, प्रयागराज विकास प्राधिकरण दो परियोजनाओं को मूर्त रूप दे रहा है। इसमें नागवासुकी मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य 30 नवम्बर तक पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है तो वहीं हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कार्य 10 दिसम्बर तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

अपर मेलाधिकारी, महाकुम्भ विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि महाकुम्भ की तैयारियां पूरी गति से आगे बढ़ रही हैं। मंदिरों के कॉरिडोर और जीर्णोद्धार का कार्य भी अंतिम चरण में चल रहा है। मेला प्रशासन ने महाकुम्भ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों की आस्था के साथ ही सुविधा पर विशेष ध्यान दिया है, ताकि उनकी यात्रा यादगार साबित हो।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

   

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