हिसार : वर्तमान परिदृश्य में अंतर्विषयक शोध की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण : प्रो. विनोद छोकर
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- Dec 05, 2024
‘एडवांस इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्निक्स’ विषय पर चल रहा अंतर्विषयक रिफ्रेशर कोर्स सम्पन्न
हिसार, 5 दिसंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) में ‘एडवांस इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्निक्स’ विषय पर चल रहा अंतर्विषयक रिफ्रेशर कोर्स सम्पन्न हो गया है। दो सप्ताह तक चले इस कोर्स के समापन समारोह में गुरुवार को विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे जबकि अध्यक्षता एमएमटीटीसी की निदेशिका प्रो. सुनीता रानी ने की। इस अवसर पर एमएमटीटीसी के उपनिदेशक डा. हरदेव सिंह व शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना पूनिया सहित कार्यक्रम समन्वयक डा. अनुराग सांगवान व डा. विक्रमजीत सिंह उपस्थित रहे।
कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान परिदृश्य में अंतर्विषयक शोध की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है। हमें अंतर्विषयक शोध पर फोकस करना होगा। हम अपने पास उपलब्ध उपकरणों को साझा करके एक दूसरे की मदद कर सकते हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एमएमटीटीसी की सराहना की तथा कहा कि एमएमटीटीसी इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके प्रतिभागियों को वर्तमान चुनौतियों से अवगत करा रहा है। उन्होंने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे समाज व राष्ट्र उपयोगी शोध करें। इस अवसर पर मुख्यातिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा कार्यक्रम की विवरणिका का विमोचन किया गया। निदेशिका प्रो. सुनीता रानी ने अपने स्वागत सम्बोधन में प्रतिभागियों को इस प्रकार के ऑफलाइन कोर्सिज में अधिक से अधिक भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यह कोर्स प्रतिभागियों के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने बताया कि इस कोर्स में हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश के 19 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों को मुख्यातिथि द्वारा प्रतिभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम समन्वयक डा. अनुराग सांगवान ने कोर्स की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम समन्वयक डा. विक्रमजीत सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। समापन समारोह में प्रतिभागियों में शामिल डा. अंजू कुमारी, डा. सुनील कुमार, डा. सतीश वर्मा, डा. आईडी शर्मा व डा. जयंत सिंधू ने कोर्स के दौरान के अपने अनुभव सांझा किए।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर