कोटद्वार को मिलेगा नया जंगल सफारी मार्ग, विधानसभा अध्यक्ष ने वन मंत्री से की मांग

- नई पहल से प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक धरोहरों को मिलेगा नया जीवन

- रोजगार और पर्यटन के खुलेंगे नए द्वार, 'इको-टूरिज़म' को मिलेगा बढ़ावदेहरादून, 04 दिसंबर (हि.स.)। उत्तराखंड के कोटद्वार क्षेत्र में पर्यटन को नया आयाम देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने बुधवार को वन मंत्री सुबोध उनियाल से मुलाकात कर एक महत्वाकांक्षी प्रस्ताव रखा है। उन्होंने कण्वाश्रम से होते हुए पुराने लालढांग रोड, गुलरझाला और मेहली स्रोत वॉच टावर तक एक नए जंगल सफारी मार्ग निर्माण की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने वन मंत्री को एक औपचारिक मांग पत्र भी सौंपा। इस नई पहल से न केवल कोटद्वार की प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक धरोहरों को नया जीवन मिलेगा, बल्कि रोजगार और पर्यटन के नए द्वार खुलने के साथ पर्यटकों के लिए एक रोमांचक और अद्भुत अनुभव भी सुनिश्चित होगा।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोटद्वार क्षेत्र के स्थानीय लोग और नेचर गाइड इस नए सफारी मार्ग की लंबी समय से मांग कर रहे हैं। उनका मानना है कि यह मार्ग न केवल पर्यटकों के लिए एक नई रोमांचक यात्रा का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि यह क्षेत्र के पर्यटन उद्योग को नई दिशा भी देगा। इस नए मार्ग के उद्घाटन से न केवल स्थानीय रोजगार में वृद्धि होगी, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार और पर्यटन उद्योग को भी बल मिलेगा।

ऋतु खण्डूडी भूषण ने यह भी बताया कि कोटद्वार क्षेत्र अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता, जैव विविधता और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। कण्वाश्रम जो ऐतिहासिक महत्व का स्थल है, को इस सफारी मार्ग से जोड़ा जाएगा, जिससे पर्यटकों को एक साथ ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहरों का अनूठा मिश्रण देखने का अवसर मिलेगा। यह मार्ग न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय समुदायों की सहभागिता को भी प्रोत्साहित करेगा। इससे क्षेत्र में 'इको-टूरिज़म' को बढ़ावा मिलने की पूरी संभावना है जिससे स्थानीय लोगों के बीच जागरूकता और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी भी बढ़ेगी।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोटद्वार क्षेत्र में इस तरह के सफारी मार्ग के विकास से पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव की शुरुआत होगी जो न केवल पर्यटन स्थल के रूप में कोटद्वार की पहचान को और प्रगाढ़ करेगा, बल्कि पूरे राज्य में इस क्षेत्र को एक प्रमुख पर्यटक गंतव्य के रूप में स्थापित करेगा।

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने विधानसभा अध्यक्ष की इस मांग को गंभीरता से लिया और इस प्रस्ताव पर तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस नए सफारी मार्ग की व्यवहार्यता और विकास की संभावनाओं पर तुरंत कार्यवाही शुरू की जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

सम्बंधित खबर