माकपा अप्रैल बैठक में येचुरी के उत्तराधिकारी का चयन और पुनर्गठन पर करेगी चर्चा

कोलकाता, 04 नवंबर (हि.स.)। माकपा के नए महासचिव का चयन और संगठनात्मक पुनर्गठन की संभावनाएं अगले साल अप्रैल में तमिलनाडु के मदुरै में होने वाले पार्टी के आगामी कांग्रेस अधिवेशन में चर्चा होगी। पार्टी के एक सूत्र ने सोमवार को यह जानकारी दी।

माकपा के स्थायी महासचिव का पद सितम्बर में सीताराम येचुरी के निधन के बाद से रिक्त है। इसके चलते उनके पूर्ववर्ती प्रकाश करात वर्तमान में पोलित ब्यूरो समन्वयक की भूमिका निभा रहे हैं। एक नेता ने बताया कि नए महासचिव का चयन इस बात को भी प्रभावित करेगा कि क्या पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ माकपा की सीट-शेयरिंग व्यवस्था जारी रहेगी, जबकि केरल में दोनों दल प्रतिद्वंद्वी हैं।

संगठनात्मक दृष्टि से, मदुरै में होने वाले इस अधिवेशन में पार्टी की 2022 में 'जोनल कमेटी' को समाप्त करने के फैसले की समीक्षा पर भी चर्चा हो सकती है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, यह जोनल कमेटी 2022 में केरल के कन्नूर में आयोजित 23वें पार्टी कांग्रेस अधिवेशन में समाप्त कर दी गई थी।

जोनल कमेटी पहले एरिया कमेटी और स्टेट कमेटी के बीच एक संचार माध्यम के रूप में कार्य करती थी। जोनल कमेटी के समाप्त होने के बाद कई वरिष्ठ पार्टी कार्यकर्ता संगठनात्मक पदों से बाहर हो गए और अब सामान्य सदस्य के रूप में ही पार्टी से जुड़े हुए हैं।

पार्टी के एक केंद्रीय समिति सदस्य के अनुसार, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में यह जोनल कमेटी का अभाव संगठनात्मक ढांचे को कमजोर कर रहा है।

एक केंद्रीय समिति सदस्य ने बताया कि पार्टी के कई जिलों से जोनल कमेटियों को फिर से बहाल करने के प्रस्ताव मिले हैं ताकि निष्क्रिय हो चुके सदस्यों को पुनः संगठनात्मक गतिविधियों में जोड़ा जा सके। साथ ही पार्टी के संगठनात्मक नेटवर्क को मजबूत किया जा सके। इस मुद्दे पर निर्णय आगामी पार्टी कांग्रेस में लिया जा सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

सम्बंधित खबर