हल्द्वानी : जमीनी विवाद में चचेरे भाई ने सरेआम भाई की गोली मारकर की हत्या, फरार

- बीती रात रामलीला मंचन के दाैरान हुई घटना, क्षेत्र में फैली सनसनी

- जमीनी विवाद काे लेकर दाेनाें भाइयाें में पिछले काफी दिनाें से चल रही थी रंजिश

- एसएसपी ने आरोपी को पकड़ने के लिए बनाई छह टीम, जल्द से जल्द गिरफ्तारी के निर्देश

हल्द्वानी, 08 अक्टूबर (हि.स.)। हल्द्वानी थाना क्षेत्र अंतर्गत कमलवागांजा में रामलीला के दाैरान बीती रात चचेरे भाई ने सरेआम भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या का कारण जमीनी विवाद बताया जा रहा है। घटना के बाद झाड़ियों में असलहा फेंक हत्यारा फरार हाे गया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।

अधिवक्ता की सरेआम हत्या करने की वारदात शहर में सनसनी फैलाने वाली थी। देर रात करीब 11 बजे जैसे ही रामलीला मैदान में हत्या की सूचना पुलिस तक पहुंची, मौके पर एसएसपी से लेकर जिले के अन्य उच्चाधिकारी और फोर्स पहुंच गए। मौका मुआयना करने के बाद तुरंत ही फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्र करने से लेकर मौके से सैंपल जुटाए गए। वहीं एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए छह टीमें बनाई गई हैं, जल्द से जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं।

दरअसल, साेमवार की रात कमलवागांजा में रामलीला मंचन चल रहा था। पुरानपुर नैनवाल निवासी युवा अधिवक्ता उमेश नैनवाल रामलीला देखने पहुंचे थे। जबकि उसका चचेरा भाई दिनेश पहले से वहां माैजूद था। जब उमेश रामलीला देखने आए, तब उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी। देर रात दिनेश अचानक उनके पीछे से आया और असलहा से उमेश पर गोली चला दी। गोली लगने से घायल उमेश को तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के शव काे कब्जे में लेकर पाेस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आवश्यक कार्रवाई जुट गई है। एसपी सिटी प्रकाश आर्य ने बताया कि घटना की बारीकी से छानबीन की जा रही है। आरोपित की तलाश में पुलिस जुट गई है। जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

20 बीघा जमीन बनी जान की दुश्मन

बताया जा रहा है कि कमलवागांजा निवासी मृतक उमेश नैनवाल और उसके चचेरे भाई दिनेश नैनवाल से जमीनी विवाद चल रहा था। मृतक उमेश अधिवक्ता था और उसका चचेरा भाई हत्यारा दिनेश स्कूल चलाता है। जमीनी विवाद काे लेकर दाेनाें भाइयाें में पिछले काफी दिनाें से रंजिश चल रही थी। लगभग 20 बीघा जमीन अधिवक्ता उमेश नैनवाल की जान की दुश्मन बन गई। पहले भी दाेनाें के बीच तनातनी का माहाैल बन चुका था। उमेश ने छह माह पहले पुलिस को जान का खतरा बताया था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा असलहा

अधिवक्ता को गोली मारने के बाद आरोपी अवैध असलहा रामलीला मैदान में ही झाड़ियों के बीच फेंककर फरार हो गया। पुलिस के अनुसार एक ही गोली मारी गई है, लेकिन जिस असलहे से गोली चली फेंका गया असलहा वही था या नहीं, इस पर अभी संदेह बरकरार है। इसके लिए पुलिस ने असलहा कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता

   

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