सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से नजर आने लगा शहर में कचरा

जयपुर, 27 नवंबर (हि.स.)। संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के आह्वान पर जयपुर शहर में दूसरे दिन भी सफाई कर्मचारियों द्वारा सामूहिक अवकाश लेकर सफाई कार्य का बहिष्कार किया गया। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का असर अब शहर की सफाई व्यवस्था पर नजर आने लगा है। शहर की मुख्य सड़कों से तो कचरा उठ रहा है, लेकिन अंदरुनी और कॉलोनी की सड़कों से कचरा नहीं उठ रहा है। इससे अब धीरे-धीरे अंदरुनी कॉलोनियों और बाजारों में कचरे के ढ़ेर नजर आने लगे है। निगम प्रशासन ने साथ गैर वाल्मीकी सफाई कर्मचारी शहर में सफाई व्यवस्था को सुधारने के काम में जुटे है। गैर वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों के साथ मिलकर निगम ने अपने सारे संसाधन शहर को साफ सुथरा बनाने में झौंक दिए है। लेकिन वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी निगम की पूरी व्यवस्था को फेल करने में कोई कोर कसर नहीं रख रहे है।

सफाई कर्मचारियों ने बुधवार को अपने-अपने वार्डों में हाजरीगाहों पर जमा होकर प्रदर्शन किया। दोपहर एक बजे यूनियन कार्यकारिणी के सदस्यों की यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा से वार्ता हुई। वार्ता में यूनियन ने सफाई कर्मचारी भर्ती में अनुभव प्रमाण पत्र में आ रही समस्या के बारे में अवगत कराया। खर्रा ने संघ को आश्वस्त किया कि सफाई कर्मचारी भर्ती में आ रही समस्या का शीघ्र समाधान किया जाएगा। यूनियन की मांग पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा।

प्रदेश भर के सफाई कर्मचारी संगठनों की बैठक आज

वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी नेता सफाई कर्मचारी यूनियन की मांग पूर्ण नही होने तक सफाई कार्य का बहिष्कार जारी रहेगा। गुरुवार दोपहर 12 बजे सफाई कर्मचारियों की एवं राजस्थान के सफाई कर्मचारी संगठनों से जुडे नेताओं की मीटिंग रखी गई है। बैठक में आंदोलन को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। बैठक में ही सरकार को घेरने को विचार विमर्श किया जाएगा।

नंदकिशोर के दस्तावेज की जांच कर करें कानूनी कार्रवाई

सफाई कर्मचारी नेता राकेश मीणा ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि सफाई कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष रहे नंदकिशोर डंडोरिया ने फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी प्राप्त की है। ऐसे में उसके दस्तावेज की जांच कर फर्जी पाए जाने पर उसे नौकरी से बर्खास्त किया जाए। वहीं नगर निगम जयपुर ग्रेटर हेरिटेज में होने वाली सफाई कर्मचारी हड़ताल में गैर वाल्मीकि समाज सफाई कर्मचारी शामि नहीं है। उन्होंने प्रशासन से मिलकर अपील की कि कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण एवं सफाई सामग्री उपलब्ध कराए, वार्ड और हाजरीगाहो के ऊपर सफाई निरीक्षकों द्वारा ताले लगा दिए गए हैं जिससे व्यवधान हो रहा है सफाई कार्य सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। इसके लिए जल्द आदेश निकाले। सरकारी प्रॉपर्टी के ताले नहीं लगा सकते हैं और ऐसे लोगों के ऊपर कार्रवाई करें। अधिसूचना सूचना लगने के बाद भी लेटर पैड काम में ली जा रही है जो की अलोकतांत्रिक है। तुरंत प्रशासन को एक्शन लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। सफाई भर्ती में सक्षम अधिकारी का अनुभव प्रमाण पत्र का नियम उन्होंने खुद ने ही लगवाया था। अब उनके मनसूबे कामयाब नहीं होने पर वे इसका विरोध कर रहे हैं। सरकार को ऐसे लोगों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। बिना दबाव में रोज के नए नाटक हो चुके हैं। इनके मनमर्जी बन चुकी हैं जो कि सरकार की छवि खराब करने का काम है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश

   

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