मोथाबाड़ी पहुंच कर शुभेंदु ने लिया शांति स्थापित करने का संकल्प

मालदा, 11 अप्रैल (हि.स.)।

मालदा जिले का मोथाबाड़ी इलाका हाल ही में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को लेकर चर्चा में आया था। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने उसके बाद पीड़ितों से मिलने मोथाबाड़ी जाने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। अंततः कलकत्ता उच्च न्यायालय से सशर्त अनुमति मिलने के बाद विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी शुक्रवार को मोथाबाड़ी पहुंचे।

उन्होंने पीड़ित हिंदुओं के परिवारों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की। शुभेंदु ने कहा कि वह मोथाबारी में शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले रहे हैं, भले ही पुलिस या राज्य सरकार ऐसा न कर सके।

दरअसल पिछले महीने के अंत में मोथाबारी में दो समूहों के बीच झड़पें हुईं। एक समूह के लोगों पर दूसरे समूह के लोगों के घरों और दुकानों में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया गया। उस दिन आरोपित समूह ने मोथाबारी थाने की पुलिस पर भी हमला किया था। पुलिस ने इस घटना में करीब 70 लोगों को गिरफ्तार किया है।

कथित तौर पर, कई पीड़ित पुलिस की गिरफ्तारी सूची में हैं। उस घटना के मद्देनजर राज्य महिला आयोग मोथाबारी आया। अगले दिन राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी आईं। पीड़ित परिवारों ने सबके सामने पुलिस के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। हालांकि, मालदा के पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार यादव ने मीडिया से इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। हालाँकि, कुछ दिनों बाद जिला पुलिस द्वारा एक लिखित बयान जारी किया गया। इस घटना में गिरफ्तार लोगों को अभी तक जमानत नहीं दी गई है। वे सुधार गृह में हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

   

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