जींद : जयंती देवी मंदिर के सामने तथा साथ लगती 23 एकड़ जमीन पर बनेगा बॉटनीकल पार्क
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- Dec 04, 2024
जींद, 4 दिसंबर (हि.स.)। जींद शहर के लिए लोगों के लिए खुशखबरी है। जल्द ही जयंती देवी मंदिर के सामने वाली तथा साथ लगती जमीन पर बॉटनीकल पार्क बनाया जाएगा। इस पार्क में औषधीय पौधे, दुर्लभ पौधे, विलुप्त हो चुके पौधे, कैट्स हाउस, ग्रीन हाउस की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा एक ऑडिटोरियम भी बनाया जाएगा। जिसमें किसान बागवानी व कृषि के आधुनिक गुर सीख सकेंगे। योजना को सिरे चढ़ाने के लिए डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने अर्बन लोकल बॉडी, बागवानी विभाग अधिकारियों के साथ बुधवार को संयुक्त बैठक की।
बैठक में बागवानी विभाग के एचओडी अर्जुन सैनी, यूएलबी डायरेक्टर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में डिप्टी स्पीकर ने निर्देश दिए कि बॉटनीकल पार्क को लेकर आगामी तीन माह में डीपीआर तैयार कर ली जाए। इस डीपीआर केा नैशनल बॉटनीकल रिसर्च इंस्टीटयूट (लखनऊ) द्वारा तैयार की जाए। आगामी बैठक में इस प्रोजेक्ट को हर हाल में अंतिम रूप दिया जाए। गौरतलब है कि डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा द्वारा पिछली योजना में दो प्रस्ताव सरकार को भेेजे गए थे। जिसमें एक सिटी पार्क और दूसरा बॉटनीकल पार्क का था। बागवानी विभाग के एचओडी अर्जुन सैनी, यूएलबी डायरेक्टर सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में डिप्टी स्पीकर ने फैसला लिया कि जींद में बॉटनीकल पार्क बनाया जाना उपयुक्त रहेगा। इसमें सबसे बड़ी बात यह थी कि सिटी पार्क के लिए केवल पांच एकड़ जमीन ही मिल पा रही थी वहीं बॉटनीकल पार्क के लिए संपूर्ण 23 एकड़ जमीन के लिए अधिकारियों को राजी कर लिया गया। इस समय जयंती देवी मंदिर के सामने खाली जमीन पर नंदीशाला चलाई जा रही है व मंदिर के पास लगती जमीन खाली है। शहर के लोगों द्वारा लंबे समय से सैर व घूमने के लिए एक आधुनिक पार्क की मांग की जा रही थी। डिप्टी स्पीकर ने शहर के लोगों की मांग पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की और योजना को सिरे चढाया।
डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि सरकार द्वारा जींद के विकास के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ी जा रही है। जींद जिला विकास के मामले में हमेशा अग्रणीय रहा है। जींद की जनता ने जो अपनी आवाज बना कर उन्हें विधानसभा भेजा था, उस पर उन्होंने हमेशा खरा उतरने का काम किया है। अब शहर के लोगों को बॉटनी पार्क की सुविधा उपलब्ध होगी। इस पार्क में लोग सुबह व शाम की सैर, बैठने के लिए जगह, बॉटनीकल गतिविधियों को देख सकेंगे। इसके अलावा किसान इस बॉटनीकल पार्क में बागवानी की आधुनिक तकनीकों की जानकारी हासिल कर सकेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा