हिसार : मानसिक व आर्थिक परेशानी के चलते सुसाइड नाेट लिखकर युवक ने लगाया फंदा
- Admin Admin
- Dec 09, 2024
युवक ने छोड़ा सुसाइड नोट, चार पर प्रताड़ना का आरोप
हिसार, 9 दिसंबर (हि.स.)। हांसी में पुरानी सब्जी मंडी के समीप बाला जी टेलीकम्युनिकेशन नाम से मोबाइल शॉप चलाने वाले व मुल्तान कालोनी निवासी एक युवक ने अपने घर के उपर बने कमरे में लगे पंखे के हुक में रस्सी का फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक की पहचान 31 वर्षीय अरुण कुमार के रूप में हुई है। सूचना मिलने पर शहर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को फंदे से उतार पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस ने सोमवार को मृतक के पिता सुभाष के बयान पर चार युवकों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज करके शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप जांच शुरू कर दी है। मृतक का पिता चाय की दुकान चलाता है और वह सुबह करीब पांच बजे दुकान पर चला गया था। उसने बताया कि उसके पास तो दोपहर फोन आया था कि जल्दी घर आ जाओ। जब घर पहुंचा तो देखा कि उसका बेटा फंदे से लटका हुआ था। सुभाष ने बताया कि आज सुबह जब अरुण काफी देर तक नीचे नहीं आया तो करीब 11 बजे उसकी पत्नी रीना उपर कमरे में गई तो देखा कि अरुण पंखे के फंदे से लटका हुआ था। इस पर उसने चीखना चिल्लाना शुरू किया तो आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने फोन कर मुझे जल्द घर आने के लिए कहा। अरुण विवाहित था। पुलिस को मृतक के पास से दो पेज का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। मृतक ने अपने सुसाइड नोट में चार युवकों पर परेशान किए जाने के आरोप लगाएं हैं।
अरुण ने अपने सुसाइड नोट में चारों आरोपियों के मोबाइल नंबर लिखने के बाद लिखा है कि ये सभी लोग मुझे बहुत धमकियां देते हैं और इन्होंने मेरी जिंदगी खराब कर दी है। इनकी वजह से बहुत परेशान हूं। अरुण ने सुसाइड नोट में लिखा है कि निहार खुराना ने मेरी दुकान से पैसे चुराए है लेकिन मेरे पास कोई सबूत नहीं था तो मैंने इसे दुकान से हटा दिया। ये मेरी दुकान पर कभी अफीम रख जाता था और एक बार तो देखा कि यह 24-25 बंदुक की गोली लेकर मेरी दुकान पर आया था और उन्हें पैक करके किसी को देकर आया था। ये पता चलने पर मैंने इसे दुकान से हटाया। अरुण ने लिखा है कि इसने मेरे उधार लिए हुए पैसे नहीं दिए और इसने जिनको उधार में फोन दिलाए थे उन्हें भी पैसे देने से मना कर आया। अरुण ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरे इस कदम से आपको दुःख तो होगा लेकिन फिर भी खुश रहना।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर