अवंतीपोरा का डांगरपोरा उचित बिजली बुनियादी ढांचे की कमी से जूझ रहा है

पुलवामा, (के.एन.ओ.) : पूरे कश्मीर में मासिक बिजली दरों में बढ़ोतरी के बीच, अवंतीपोरा के डांगरपोरा पदगामपोरा के निवासी अभी भी खराब बिजली बुनियादी ढांचे से जूझ रहे हैं और उन्होंने बिजली बुनियादी ढांचे में वृद्धि की मांग की है। निवासियों ने कहा कि पेड़ों और पुराने खंभों से बंधे बिजली के झूलते तार उनके जीवन के साथ-साथ उनकी संपत्ति के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं। उनका आरोप है कि दशकों से उनके गांवों में पेड़ों से बंधे बिजली के तार काफी नीचे होने के कारण वे हमेशा भय के साये में जी रहे हैं, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खराब एलटी बुनियादी ढांचे के कारण अक्सर खराबी आ जाती है, जिससे अनिर्धारित बिजली कटौती होती है। एक स्थानीय मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि बिजली की लाइनें घरों की छतों और सडक़ों पर पेड़ों को छूती हैं, जिससे जीवन और संपत्ति को खतरा है और ओवरहेड ट्रांसमिशन लाइनों के नीचे होने के कारण जान-माल को खतरा होता है। उन्होंने कहा कि लाइनें काफी कमजोर हैं और बार-बार गिरती रहती हैं, जिससे लोगों की जान जोखिम में रहती है। उन्होंने कहा, "हम बार-बार संबंधित विभाग से झूलते और क्षतिग्रस्त बिजली के तारों और खंभों को बदलने का अनुरोध कर रहे हैं, लेकिन हमारी अपील अनसुनी कर दी गई।" एक अन्य स्थानीय गुलज़ार अहमद ने कहा कि सभी बैक टू विलेज कार्यक्रमों में इस मुद्दे को उठाने के बावजूद, स्थानीय लोगों को अभी तक कोई विकास नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे गांव में अधिकांश एलटी तारों को खंभों के अभाव में पेड़ों से बांध दिया गया है, जिसके कारण तार बहुत नीचे और बहुत कमजोर हैं जो अक्सर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।’’ स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्होंने कई बार इस मुद्दे को संबंधित अधिकारियों के ध्यान में लाया है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि टैरिफ में बार-बार बढ़ोतरी के बावजूद वे समय पर मासिक टैरिफ का भुगतान कर रहे हैं लेकिन उन्हें खराब बिजली बुनियादी ढांचे के साथ अनिर्धारित कट मिल रही हैं। उन्होंने उच्च अधिकारियों से मामले को देखने और इस संबंध में तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया ताकि लोगों को अब और परेशानी न हो।

   

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