उत्तराखंड में अब तक वनाग्नि की 575 घटनाएं, 656 हेक्टेयर भूमि प्रभावित

- बिना जनसहभागिता के नहीं जीती जा सकती कोई भी आपदा

देहरादून, 27 अप्रैल (हि.स.)। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि प्रदेश में अब तक वन अग्नि की कुल 575 घटनाएं हुई हैं। आगजनी से कुल 656 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई हैं। वनाग्नि की घटना में अब तक एक वन कर्मी घायल हुआ है। वनाग्नि की घटनाओं से बचने के लिए क्विक रिलीफ टीम का गठन किया गया है। वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए सेना की मदद ली जा रही है।

कार्य में लापरवाही बरतने पर होंगे तलब-

प्रदेश में बढ़ रही वनाग्नि की घटनाओं को लेकर वन मंत्री ने शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वनाग्नि की घटनाओं में अब तक 29 नामजद समेत कुल 196 केस दर्ज हैं। इसमें से 23 मामलों का पता चल चुका है। जबकि 173 मामले अज्ञात हैं। आगजनी की सूचना पर घटनास्थल पर डीएफओ को जाने के निर्देश दिए गए हैं। कार्य में लापरवाही बरतने पर तलब किया जाएगा।

फॉरेस्ट फायर मैनेजमेंट कमेटी में अब ग्राम विकास अधिकारी भी-

वन मंत्री ने कहा कि कोई भी आपदा बिना जनसहभागिता के नहीं जीता जा सकता है। उन्होंने बताया कि केंपा के अंतर्गत 10 करोड़ का प्रावधान है। वन पंचायती अधिनियम में बड़े फैसले लिए गए हैं। दो लाख लोगों को एको टूरिज्म से जोड़ने का कार्य किया गया है। फॉरेस्ट फायर मैनेजमेंट कमेटी में अब ग्राम विकास अधिकारी को भी जोड़ा गया है। अग्नि सुरक्षा में कार्य करने वाली 39 समितियों को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज

   

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