बंद पड़ी माइंस में लेपर्ड के लगातार मूवमेंट से लोगों में दहशत, गुर्राने की आ रही आवाजें

चित्तौड़गढ़, 1 मई (हि.स.)। भदेसर क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लेपर्ड का मूवमेंट है। बुधवार को भी भांटो का मिनाना गांव में कुछ किसानों ने लेपर्ड को देखा है। किसानों का कहना है कि खेत के पास ही बंद पड़ी एक माइंस है। जहां पत्थरों के बीच ठंडक होने के कारण लेपर्ड हर साल गर्मी में यहां आकर रहते है। बुधवार सुबह किसान दिलीप सैन ने माइंस के आस-पास लेपर्ड का मूवमेंट देखा। सेन ने जैसे ही लेपर्ड को देखा, उन्होंने वीडियो बना लिया।

सेन का कहना है कि वे कृषि कार्य कर रहे थे। इस दौरान गुर्राने की आवाज आई। उन्होंने जब माइंस के पत्थरों के बीच देखा तो वहां लेपर्ड दिखा। किसान दिलीप सेन ने बताया कि खेत के पास ही एक बंद पड़ी माइंस है, जहां मार्बल के बड़े-बड़े ब्लॉकों का ढेर लगा हुआ है। जो गुफानुमा बन चुका है। हर साल गर्मियों में लेपर्ड इन पत्थरों के बीच में आकर रहता है। गुफानुमा होने के कारण वहां छाया और ठंडक मिलती है। इसी कारण से लेपर्ड का बसेरा वही हो जाता है। आस-पास भैरू घाटी की पहाड़ी भी है और माइंस में पानी भी भरा रहता है। लेपर्ड यहां आस-पास पानी पीने भी आते हैं और पहाड़ी इलाका होने के कारण शिकार भी करते हैं। फिलहाल इस क्षेत्र में लेपर्ड ने अभी तक किसी पर हमला नहीं किया है। लेपर्ड को देखते ही पूर्व प्रधान लालसिंह राठौड़ को भी सूचना दी गई। बता दे कि 20 अप्रैल को ही भदेसर के ही पोटला खुर्द गांव में खेत पर मौजूद एक बच्चे पर लेपर्ड ने अटैक किया था, जिसे बचाने में उसके पिता घायल हो गए थे। भदेसर के पास में ही भादसोड़ा गांव में लेपर्ड की मूवमेंट काफी बार देखी गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

   

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