जिनको शिंदे गुट ने शरण दी वही गुंडे उनका सिर दर्द बनेंगे - आव्हाड एनसीपी नेता

मुंबई, 5 मई ( हि स) । पिछले ढाई साल में जिन गैंगस्टर्स को सत्तापक्ष द्वारा आश्रय दिया गया है. ये वही गुंडे थे जिन्होंने ठाणे के टेंभीनाका में 3 मई को शिव सेना की रैली में गैंगवार मचाया था. ये गैंगस्टर किसी के नहीं हैं. आज वे एक दूसरे के पास गये; इंडिया अघाड़ी के प्रवक्ता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता डॉ. जीतेंद्र अव्हाड ने इन शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने आज कहा कि यदि अगर कल ये आपके सामने आ जाएं तो हैरान मत होना.|

बताया जाता है कि शिवसेना उम्मीदवार नरेश म्हस्के अपना नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे थे, तभी उनकी रैली में भाग लेने वाले गुंडों के बीच गैंगवार शुरू हो गई। इस संबंध में डॉ. जीतेंद्र आव्हाड ने आज ने एक पोस्ट कर आलोचना की है.|

डॉ. जीतेन्द्र आव्हाड ने कहा कि , हम जो बोते हैं वही बढ़ता है। जब शिवसेना के लोकसभा उम्मीदवार अपना आवेदन पत्र भरने जा रहे थे, तो पिछले ढाई साल से जिन गुंडों को आश्रय दिया गया था;अब इसके बाद उन ठगों के गिरोहों के बीच कई बार खुली लड़ाई हुई।

आव्हाड का आरोप है कि मुख्यमंत्री स्वयं पार्टी के मुखिया होते हैं, जिस शहर में रहते हैं; यह महाराष्ट्र के लिए शर्म की बात होगी अगर उसी शहर में उनकी पार्टी के उम्मीदवार के जुलूस के दौरान गैंगवार हो जाए. पूरे महाराष्ट्र में ठाणे की शर्म खत्म हो गई है. मुझे यकीन है कि पुलिस उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी. मैं पुलिस की सराहना करता हूं जो किसी अपराध के दोषियों पर नकेल कसने के आदेश जारी करती है।

दोनों गैंग के बीच गैंगवार छिड़ गई. उन गिरोहों के नेता कई हत्या के मामलों में आरोपी हैं. हालांकि,मुझे ज्ञात है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. ऐसा लगता है मानो वे प्रशासन के दामाद हों. इसलिए हर राजनीतिक दल को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि हम किसे करीब रखते हैं और किसे बढ़ाते हैं। आज वे एक-दूसरे के पास गए। क्योंकि वे किसी के नहीं होते. आपकी पूर्व पोस्ट कहती है, अगर कल यह आप पर भारी पड़ जाएँ जाए तो आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए ।

हिंदुस्थान समाचार/ रविन्द्र

   

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