औषधि निर्माण में गौ उत्पादों की महत्वपूर्ण भूमिका: प्रो. प्रजापति

जोधपुर, 08 मई (हि.स.)। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के सभागार में कुलपति प्रोफेसर वैद्य प्रदीप कुमार प्रजापति की गउपस्थिति में समाज सेवी शंकरलाल द्वारा गौ संरक्षण एवं गौ उत्पादों की सार्थकता विषय पर विशेष व्याख्यान दिया गया।

शंकर लाल अखिल भारतीय गौ सेवा के संयोजक रहे हैं और वर्तमान में गौ सेवा गतिविधियों के प्रशिक्षण प्रमुख हैं। उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि विलुप्त हो रही देसी गाय की नस्ल सुधार और गाय के गोबर तथा गोमूत्र से भूमि का सुधार आवश्यक है। देश की अनेक समस्याओं के समाधान पर अनुसंधान का कार्य भूमिगत जल संरक्षण के द्वारा भूमिगत जल स्तर को बढ़ाना, वृक्षारोपण कर सघन वनों का विकास करना, गोचर भूमि पर नि:शुल्क चारागाह का मॉडल स्थापित करना, गोबर एवं गोमूत्र पर अनुसंधान करना, अहिंसात्मक स्वावलंबी चिकित्सा पद्धतियों पर कार्य करना, ऐसे अनेक गतिविधियों का संचालन किये जाने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार प्रजापति ने कहा कि आयुर्वेद की औषधियों के निर्माण में गौ उत्पादों का महत्वपूर्ण योगदान है। देशी गाय के उत्पादों से उच्च कोटि की गुणवत्तापूर्ण औषधियों का निर्माण किया जा सकता है। इसलिए देशी गाय के पालन की अत्यधिक आवश्यकता है। प्रत्येक परिवार को जहां तक संभव हो खुद के स्वास्थ्य संरक्षण के लिए एक देसी गाय का पालन अवश्य करना चाहिए। इस अवसर पर समाजसेवी श्यामसुंदर राठी, राकेश निहाल, निर्मल, मोहन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर प्रजापति ने शंकर लाल का साफा पहनाकर, पुष्प गुच्छ देकर स्वागत अभिनंदन किया। कुलसचिव प्रोफेसर गोविंद सहाय शुक्ल ने सभी का स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर महेंद्र कुमार शर्मा, प्रोफेसर चंदन सिंह, प्रोफेसर राजेश कुमार गुप्ता, प्रोफेसर ए नीलिमा रेड्डी, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजाराम अग्रवाल सहित संकाय सदस्य एवं योग नेचूरोपैथी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चंद्रभान शर्मा, स्नातकोत्तर अध्येता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन क्रियाशारीर विभाग के विभागाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी डॉ. दिनेश शर्मा ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ईश्वर

   

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