नीलाम्बर पीताम्बर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग पर फिर उठे सवाल

पलामू, 10 मई (हि.स.)।नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय का परीक्षा विभाग एक बार फिर विवाद में पड़ गया है। इस बार निर्धारित अंक से ज्यादा मार्क्स देने को लेकर चर्चा में है। एमबीए सेमेस्टर चार की परीक्षा में निर्धारित अंक 100 की जगह 104 मार्क्स दे दिया गया है। यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और हास्यास्पद है। जो छात्र पिछले सेमेस्टर में टॉप किए थे, उन्हों फेल कर दिया गया है। इससे परीक्षा विभाग पर एक बार फिर से सवाल खड़ा हो गया है।

मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा कड़ा एतराज जताते हुए परीक्षा विभाग के दोषी पदाधिकारी और कर्मियों पर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है। नगर मंत्री रामाशंकर पासवान ने इस सिलसिले में शुक्रवार को एक प्रेस बयान जारी कर परीक्षा विभाग में लगातार अनियमितता पर सवाल खड़ा किया है।

रामाशंकर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय प्रभारी पदाधिकारी के भरोसे एनसीसीएफ जैसी भ्रष्ट कंपनियां लंबे समय से विश्वविद्यालय में जमी हुई है। इसी का नतीजा है कि एमबीए सेमेस्टर फोर की परीक्षा में 100 की जगह 104 अंक दिए जाते हैं, जबकि जो छात्र पिछले सेमेस्टर में टाप किए थे, उन्हंे फेल कर दिया जाता है। परीक्षा विभाग की इस हरकत से स्पष्ट होता है कि भ्रष्ट पदाधिकारी और कर्मचारी छात्रों से पैसे उगाही का केन्द्र विश्वविद्यालय को बनाए हुए हैं।

परिषद के राष्ट्रीय प्रादेशिक विश्वविद्यालय सह संयोजक विनीत पांडे ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन एवं परीक्षा विभाग अपनी कार्य प्रणाली पर सुधार नहीं लाते हैं तो परिषद के कार्यकर्ता सभी अधिकारी और कर्मचारियों को विश्वविद्यालय से बाहर निकाल कर तालाबंदी करेगी।

ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में परिषद के विभाग संयोजक गोविंद मेहता, राजन कश्यप, अभय वर्मा, नितीश दुबे, अभिषेक कुमार, विपिन यादव, आकाश वर्मा, गीतांजलि कुमारी, सुरभि ठाकुर, दीक्षा कुमारी शामिल हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप

   

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