लोस चुनाव : 67 साल में फैजाबाद ने चुने 17 बार पुरुष सांसद, एक भी महिला नहीं

लखनऊ, 18 मई (हि.स.)। फैजाबाद संसदीय सीट देश-विदेश में हमेशा चर्चा में रही। राम मंदिर निर्माण के बाद से फैजाबाद अयोध्या की चर्चा दुनिया भर में हो रही है। फैजाबाद संसदीय सीट पर अब 17 सांसद निर्वाचित हुए लेकिन किसी भी महिला को लोकसभा चुनाव में प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिल सका। बड़े राजनीतिक दलों ने हमेशा पुरुषों को मौका दिया जिससे यहां महिलाएं उपेक्षित रही हैं। पिछले 67 सालों में इस सीट से 264 प्रत्याशी मैदान में उतरे, जिसमें मात्र 7 महिलाएं थी।

पहले चार चुनाव में कोई महिला मैदान में नहीं उतरी

1952 और 1957 के चुनाव में फैजाबाद सीट से दो प्रत्याशी चुने जाते थे। इन चुनावों में कांग्रेस ने कुर्सी पर कब्जा जमाया। पहले दो चुनाव में क्रमश: 7 और 9 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे, इसमें कोई महिला शामिल नहीं थी। 1962 के चुनाव में फैजाबाद से एक सांसद चुना गया। इस चुनाव में कांग्रेस के बृजवासी लाल यहां से जीते। इस चुनाव में 4 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने मैदान में उतरे थे। कोई महिला प्रत्याशी इसमें शामिल नहीं थी। वहीं चौथी लोकसभा के साल 1967 में हुए चुनाव में कांग्रेस के रामकृष्ण सिन्हा सांसद निर्वाचित हुए। इस चुनाव में कुल 4 प्रत्याशियों में कोई महिला नहीं थी।

1971 के चुनाव में महिला प्रत्याशी मैदान में

पांचवीं लोकसभा के 1971 में हुए चुनाव में इंडियन नेशनल कांग्रेस ऑर्गेनाइजेशन (एनसीओ) की टिकट पर सुचेता कृपलानी चुनाव मैदान में उतरी। इस चुनाव में कुल 8 प्रत्याशी मैदान में थे। चुनाव में जीत कांग्रेस के राम कृष्ण सिन्हा के खाते में गई। कांग्रेस प्रत्याशी को 117,422 (58.41 प्रतिशत) वोट मिले। दूसरे स्थान पर एनसीओ प्रत्याशी सुचेता कृपलानी को 40732 (20.09प्रतिशत) वोट हासिल हुए। इस चुनाव में 43.72 फीसदी मतदान हुआ। 2 लाख 2 हजार 736 वोटरों ने इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। सुचेता कृपलानी को इस सीट से पहली महिला प्रत्याशी होने का गौरव प्राप्त है।

1999 के चुनाव में निर्दलयी चंद्रकांति ने ठोकी ताल

साल 1971 के आम चुनाव के 28 साल बाद 1999 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट से 21 प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें एक निर्दलीय महिला शामिल थी। ये चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विनय कटियार ने जीता। निर्दलीय प्रत्याशी चंद्रकांति राजवंशी को मात्र 820 वोट मिले।

2009 में एक महिला प्रत्याशी मैदान में उतरी

साल 1999 के दस साल बाद 2009 के चुनाव में कुल 23 प्रत्याशियों में 1 महिला उम्मीदवार शामिल थी। निर्दलीय महिला प्रत्याशी नसरीन बानों को 2446 (0.35 प्रतिशत) वोट हासिल हुए। ये चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल खत्री ने जीता था।

2014 और 2019 में 2-2 महिला प्रत्याशी

16वीं लोकसभा के चुनाव में फैजाबाद संसदीय सीट पर 11 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई, इसमें 2 महिला प्रत्याशी शामिल थी। आम आदमी पार्टी (आप) की प्रत्याशी मयूरी तिवारी को 4795 (0.47 प्रतिशत) वोट मिले। वहीं राष्ट्रीय उलमा कौंसिल (आरयूसी) की प्रत्याशी नसरीन बानो को 2678 (0.26 प्रतिशत) वोट हासिल हुए। ये चुनाव भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह ने 491,761 (48.08 प्रतिशत) 48.08 वोट प्राप्त कर जीता। सपा के मित्रसेन यादव 208,986 (20.43 प्रतिशत) वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में 58.82 फीसदी मतदान हुआ। 10 लाख 22 हजार 716 वोटरों ने इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

फैजाबाद सीट पर 2019 में हुए आम चुनाव में 13 प्रत्याशियों ने अपनी दावेदारी पेश की। इसमें दो महिला प्रत्याशी भी थी। मौलिक अधिकार पार्टी (एमएडीपी) प्रत्याशी कंचन यादव को 2768 (0.25 प्रतिशत) वोट मिले। वहीं लोकदल (एलडी) की प्रत्याशी आशा देवी के खाते में 6674 (0.61 प्रतिशत) वोट आए। इस चुनाव में भाजपा के लल्लू सिंह ने जीत का परचम फहराया, उन्हें 529,021 (48.65 प्रतिशत) वोट हासिल हुए। वहीं दूसरे स्थान पर रहे सपा के आनंद सेन को 463,544 (42.63 प्रतिशत) वोट मिले। कांग्रेस के निर्मल खत्री 53,386 (4.96 प्रतिशत) वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे, और अपनी जमानत गंवा बैठे। इस चुनाव में 59.67 फीसदी मतदान हुआ। 10 लाख 87 हजार 121 वोटरों ने इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

2024 के चुनाव का हाल

18वीं लोकसभा के चुनाव में फैजाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जिसमें मौलिक अधिकार पार्टी से कंचन यादव एक मात्र महिला उम्मीदवार हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.आशीष वशिष्ठ/राजेश

   

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