देवगुरु बृहस्पति और शुक्र की युति 19 को, बनेगा नवम पंचम योग

जयपुर, 18 मई (हि.स.)। देवगुरु बृहस्पति और शुक्र की रविवार 19 मई को युति होगी। इसे नवम पंचम योग भी कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सभी योग ग्रहों के एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन के कारण होता है। शुक्र देव के वृषभ राशि में गोचर के बाद देवगुरु बृहस्पति और शुक्र की युति के कारण तीन राशि वाले लोगों के जीवन में काफी बदलाव आ सकता है।

ज्योतिषाचार्य पंडित बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि नवम पंचम योग आगामी मानसून में लिए उच्च फलदायी है। हिंदू ज्योतिष शास्त्र में गुरु को सुख समृद्धि का कारक बताया गया है, वहीं शुक्र ग्रह को भौतिक सुख-सुविधाओं का कारक माना गया है। नवम पंचम योग के कारण अच्छा मानसून आने की उम्मीद है। नवम पंचम योग के कारण मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक और मीन राशि वाले जातकों को भी लाभ हो सकता है। नवम पंचम योग के कारण 3 सप्ताह के दौरान वृषभ, कन्या और मकर राशि वालों को लाभ हो सकता है। इन राशि वालों को हर क्षेत्र में मनोवांछित लाभ मिल सकता है। पदोन्नति हो सकती है। केतु की मौजूदगी के कारण कन्या राशि वालों को नवम-पंचम योग का विशेष फायदा होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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