जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सुदृढ कर शत-प्रतिशत लक्ष्य को किया जायेगा हासिल: सिविल सर्जन

जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सुदृढ कर शत-प्रतिशत लक्ष्य को किया जायेगा हासिल: सिविल सर्जन

किशनगंज,26 मई(हि.स.)। सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने रविवार को बताया कि जब अधिकतर लोग टीकाकरण करवा लेते हैं, तो समुदाय में रोगों का प्रसार सीमित हो जाता है। जिसे ''हर्ड इम्युनिटी'' कहते हैं। यह उन लोगों की भी रक्षा करता है जो किसी कारणवश टीका नहीं लगवा सकते।

डॉ राजेश ने बताया कि टीकाकरण ने अतीत में कई घातक बीमारियों जैसे पोलियो, चेचक, और मीजल्स के कारण होने वाली मृत्यु दर को नाटकीय रूप से कम किया है। बीमारियों के उपचार की तुलना में टीकाकरण अधिक किफायती है। टीकों से बीमारियों की रोकथाम होती है, जिससे अस्पताल में भर्ती और चिकित्सा खर्चों में कमी आती है।टीकाकरण बच्चों और वयस्कों को जीवनभर के लिए सुरक्षा प्रदान कर सकता है, जिससे वे लंबे समय तक स्वस्थ और उत्पादक जीवन जी सकते हैं। इसलिए, नियमित टीकाकरण व्यक्तिगत और सामुदायिक स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक है। जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सुदृढ़ करने तथा इसके लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है।

इसी कड़ी में नियमित टीकाकरण को लेकर जिले के टेढ़ागाछ प्रखंड में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार के नेतुत्व में यूनिसेफ व डब्लूएचओ के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रविवार को किया गया। मौके पर सभी टीका रोधी बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि कौन कौन सी ऐसी बीमारी है जिससे टीकाकरण से दूर किया जा सकता है, इन बीमारियों का लक्षण क्या है इसे क्या नुकसान हो सकता है इसे कैसे बचा जा सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/गोविन्द

   

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