आदर्श भारत का निर्माण मात्र मतदान से सम्भव : अश्विनी उपाध्याय

कोलकाता, 26 मई (हि.स.)। अपना मतदान करना ही नहीं अपितु अपने संबंधियों, मित्रों, परिचितों का मतदान सुनिश्चित करना भी प्रत्येक नागरिक का राष्ट्रीय कर्तव्य है। जितना परख कर हम व्यक्तिगत विषयों पर निर्णय लेते हैं उतनी ही सतर्कता और सचेतनता के साथ हमें मतदान करना चाहिए। उपरोक्त बातें सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने सचेतन नागरिक मंच के तत्वावधान में स्थानीय रथीन्द्र मंच सभागार में रविवार को आयोजित 'मतदान : हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य' समारोह में बतौर अध्यक्ष संबोधित करते हुए कही।

शत प्रतिशत मतदान करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्र की अनेक समस्याओं का समाधान और आदर्श भारत का निर्माण सौ प्रतिशत मतदान करने से ही होगा।

प्रधान अतिथि एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दक्षिण बंग प्रांत प्रचारक प्रशांत भट्ट ने कहा कि गणतंत्र जिसका आधुनिक स्वरूप संसदीय लोकतंत्र है मूलत: भारत की प्राचीनतम शासनिक एवं न्यायिक व्यवस्था की नींव रही है। इसलिए संसदीय लोकतंत्र ही भारत के लिए सबसे उचित व्यवस्था है। इस व्यवस्था से राष्ट्र की आकांक्षाओं और उपेक्षाओं को हासिल करने के लिए सचेतन और स्वस्थ बुद्धि वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं की आवश्यकता है।

कार्यक्रम के आरंभ में सुप्रसिद्ध गायक अमित पटवा ने सांघिक गीत की प्रस्तुति दी। स्वागत भाषण दिया कुमारसभा पुस्तकालय के अध्यक्ष महावीर बजाज ने तथा धन्यवाद ज्ञापन किया संजय रस्तोगी ने। कार्यक्रम का संचालन संजय मंडल ने किया। कार्यक्रम में विभाष मजुमदार, ब्रह्मानन्द बंग,

सत्यप्रकाश राय, इन्द्र नाहटा अनिर्वाण भट्टाचार्य, आर्य नितिन देव प्रकाश तिवारी सहित कई विशिष्ट लोग उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/मधुप

   

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