भावनगर राजघराना परिवार के महाराज कुमार शिवभद्रसिंह गोहिल का निधन

- देश की एकता के लिए पिता कृष्णकुमार सिंह ने सबसे पहले समर्पित किया था अपना राज्य

भावनगर, 31 मई (हि.स.)। भावनगर राजघराना परिवार के महाराज कुमार शिवभद्रसिंह गोहिल का शुक्रवार सुबह निधन हो गया। वे 91 साल के थे। देश की एकता के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल को अपना राज्य समर्पित करने वाले महाराजा कृष्णकुमार सिंह के वे छोटे पुत्र थे।

भावनगर शहर के बोरतालाब के समीप भावविलास पैलेस में शिवभद्रसिंह गोहिल का पार्थिव शरीर रखा गया है। दिन के 1 बजे से शाम 5 बजे तक अंतिम दर्शन लोग कर सकेंगे। बाद में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। दिवंगत शिवभद्रसिंह गोहिल पर्यावरण व पक्षी प्रेमी के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने भावनगर ही नहीं, बल्कि समग्र राज्य में स्वाध्याय परिवार की गतिविधियों को गति प्रदान की थी। उनके निधन से राजघराने समेत समग्र राज्य में शोक की लहर दौड़ गई।

शिवभद्रसिंह गोहिल का जन्म भावनगर के राजमहल नीलमबाग पैलेस में 23 दिसंबर, 1933 को हुआ था। हाल में वे भावनगर के गौरीशंकर तालाब के किनारे भावविलास पैलेस में रहते थे। इन्होंने वर्ष 1975 में भावनगर में दी भावनगर वाइल्ड लाइफ कन्जरवेशन सोसायटी की स्थापना की थी। इन्हें विरासत में भाल के वेलावदर गांव के समीप बड़ा भू-भाग मिला था, जिसे उन्होंने वेलावदर कालियार राष्ट्रीय उद्यान बनाने के लिए सरकार को सौंप दिया था। वर्ष 1962 से 1972 के दौरान वे विधायक भी रहे। बाद में स्वाध्याय परिवार के पांडुरंग आठवले जी के सम्पर्क में आने के बाद चुनाव लड़ने के बजाए अपना समग्र ध्यान वन्य जीव संरक्षण में लगाया। वे गुजरात सरकार की शेर विषय की विशेषज्ञ समिति के सदस्य थे। शेरों की गिनती के लिए वे सेवा देते थे। भावनगर के समीप खोडियार माताजी मंदिर के वे ट्रस्टी हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/सुनीत

   

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