फारबिसगंज बड़ा शिवालय में लगाया गया शिवलिंग का पौधा

अररिया, 02 जून(हि.स.)।

फारबिसगंज के बड़ा शिवालय मंदिर परिसर में नेपाल के जनकपुर से लाए गए शिवलिंग के पौधे का रविवार को रोपण किया गया।इसी पहले शनिवार शाम को सुंदरनाथ धाम मंदिर परिसर में शिवलिंग पौधे को लगाया गया।

प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक संरक्षण को लेकर देव वृक्ष रोपण कार्यक्रम के तहत भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के संयोजन में वृक्षारोपण किया गया।देव वृक्ष शिवलिंग रोपण में जनकपुर धाम वन प्राविधिक समाज और नेपाल सोनार समाज फाउंडेशन का सकारात्मक सहयोग रहा।

मौके पर जनकपुर धाम वन प्राविधिक समाज के महासचिव सुरेश शर्मा ने बताया कि शिवलिंग का पौधा अपने आप में अदभुत होने के साथ पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से काफी अहम है।

इस पौधे में पुष्प लगभग पांच से छह वर्षों में आता है। इसके पुष्प में ऊपर का आवरण जहां नाग देवता के छत्र को प्रदर्शित करता है तो पुष्प के अंदर वाले भाग में स्पष्ट रूप से शिवलिंग की आकृति होती है। जो कि आध्यात्मिक नजरिए से महत्वपूर्ण हो जाता है। वही पर्यावरण संरक्षण मे भी शिवलिंग का पौधा अत्यंत ही प्रभाव कारी भूमिका निर्वाह करता है।ऑक्सीजन को मुक्त करने का रेशियों काफी तेज है।सुरेश शर्मा ने बताया कि नेपाल नरेश वीरेंद्र विक्रम शाह देव लगभग 31 वर्ष पूर्व भारत भ्रमण के दौरान दक्षिण भारत में शंकराचार्य ने शिवलिंग व रुद्राक्ष का पौधा भेंट स्वरूप प्रदान किया था।जिसे नेपाल नरेश ने नेपाल के जनकपुर धाम स्थित जानकी मंदिर में लगाया था।

शर्मा ने बताया कि उक्त पौधे को नेपाल से भारत के 27 प्रांतों में स्थित धार्मिक स्थलों पर भेजा गया है।इस कार्यक्रम मे मंदीर के मुख्य पुजारी सहित भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के राजेश शर्मा, नेपाल सोनार समाज फाउंडेशन के महेश साह स्वर्णकार,गेरुका नदी सफाई अभियान के हरिश्चंद्र यादव,सुष्मिता ठाकुर, अशोक कुमार साह, अनिल सोनी, विद्यानंद पासवान सहित काफी संख्या में संस्था के सदस्य और स्थानीय लोग शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल

   

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