आरोग्य मंदिर के सफल क्रियान्वयन से अंतिम व्यक्ति को मिल रही स्वास्थ्य सुविधा

किशनगंज,02जुन(हि.स.)। सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच पहले से बेहतर हुआ है। इसमें जिले में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नाम पर केंद्र सरकार द्वारा बदलाव किया गया है। इसे अब आयुष्मान आरोग्य मंदिर के नाम से जाना जाता है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सफल संचालन से प्रारंभिक अवस्था में गंभीर रोगों का पता लगाने, इसका उपचार सुनिश्चित कराने, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती सहित विभिन्न एनसीडी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण संबंधी उपायों को मजबूती मिली है। जहां कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर द्वारा सप्ताह में 3 दिन ओपीडी संचालि कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है वही प्रत्येक माह मे 12 से 14 तारीख को एक दिन स्वास्थ्य मेला आयोजित कर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैय्या किया जा रहा है।

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने कहा कि जिले के सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में दवा की उपयोगिता पूर्व से बढ़ोतरी हुई है विभाग द्वारा आरोग्य मंदिर में 151 तरह की दवा उपलब्ध करवाने का निर्देश है। जिसमें वर्तमान में जिले के संचालित सभी 148 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में लगभग 130 तरह की दवा उपलब्ध है।

उन्होंने कहा कि वेलनेंस सेंटरों पर प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाला विशेष स्वास्थ्य मेला स्थानीय ग्रामीणों के लिये विशेष उपयोगी साबित हो रहा है। साथ ही विभिन्न संक्रामक व गैर संक्रामक रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करने में भी आरोग्य मंदिर की भूमिका अहम साबित हो रही है।

राजेश कुमार ने कहा जिलाधिकारी तुषार सिंगला के दिशा निर्देश पर जिले के फंक्शनल सभी 148 एचडब्लूसी द्वारा मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। एचडब्लूसी के प्राथमिक रूप से सभी बीमारी की ईलाज जहां होती है वही रेफर किए गए मरीज को के लिए फॉलोअप की दवा उपलब्ध रहता है।

हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/गोविन्द

   

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