रायगढ़ : बुढ़ी माई करबला तालाब की सफाई के लिए निकलेगी ज्ञापन यात्रा

रायगढ़, 6 जून (हि.स.)। कई सालों से नगर की इष्ट देवी बूढ़ी माई मंदिर के पास धरोहर के रूप में स्थित करबला तालाब को बुरी तरह उपेक्षित छोड़ दिया गया है, इसीलिए गंगा जमुनी संस्कृति और शहर की कौमी एकता का प्रतीक करबला तालाब चौतरफा बदहाली से घिर चुका है।

पूरे तालाब में जलकुंभी की भरमार है और लोगों के घरों का गंदा पानी इसी तालाब में समाहित होकर प्रदूषण फैला रहा है, यदि आगे यही हाल रहा तो यहां का रिहायशी इलाका संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ जायेगा, वहीं पूजा अर्चना के लिए बूढ़ी माई मंदिर आने वाले श्रद्धालु भी तालाब में गंदगी को लेकर हमेशा अपनी नाराजगी जाहिर करते हैं।

लोकल और क्षेत्रीय मीडिया के अलावा सोशल मीडिया द्वारा लगातार करबला तालाब की बदहाली के समाचार प्रकाशित और प्रसारित होते रहते हैं, अब तक किसी भी स्थानीय जनप्रतिनिधि ने करबला तालाब को अव्यवस्था से मुक्त करवाने में अपनी समर्पित भागीदारी नहीं निभाई है।

बूढ़ी माई मंदिर क्षेत्र निवासी शहर की सक्रिय महिला नेत्री संगीता कौर ने बूढ़ी माई मंदिर करबला तालाब को अव्यवस्था से स्थायी तौर पर उबारने के लिए जल्द ही बड़ा अभियान शुरू करने का ऐलान कर दिया है। संगीता कौर ने गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा में बताया है कि आगामी सात जून को सुबह 11 बजे बूढ़ी माई में क्षेत्रवासियों के साथ पूजा अर्चना के बाद नारी शक्ति की प्रतीक महिलाओं की सामूहिक सहभागिता के साथ ज्ञापन यात्रा निकाली जायेगी, जो कि शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचेगी। करबला तालाब से जुड़ी समस्याओं के स्थायी निदान के लिए कलेक्टर को ज्ञापन दिया जायेगा, साथ ही निगम कमिश्नर को भी इसी संदर्भ में ज्ञापन सौंपा जायेगा। संगीता कौर ने साफ कर दिया है कि अब तो करबला तालाब को अव्यवस्था से मुक्त करके ही दम लेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ रघुवीर प्रधान

   

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