कानपुर: प्रवक्ता पद पर फर्जी शिक्षक भर्ती कराने वाले गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार

कानपुर, 06 जून (हि.स.)। प्रवक्ता पद पर हुई फर्जी शिक्षक भर्ती कराने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के पांच सदस्यों को कर्नलगंज थाना एवं एसआईटी की संयुक्त टीम ने गुरुवार को जीआईसी इंटर कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया। गिरोह के कब्जे से पांच मोबाइल फोन और 11500 रुपये नगद बरामद किया गया है।

पुलिस उपायुक्त मध्य आर.एस. गौतम ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद से सेवानिवृत्त प्रयागराज के झूंसी निवासी लाल जी सिंह पुत्र स्वर्गीय भैरव सिंह, वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में संविदा पर कार्यरत शिव विश्वकर्मा पुत्र छेदीलाल, प्रयागराज के नवाबगंज थाना क्षेत्र के ढोकरी (झोखरी) निवासी विवेक द्विवेदी पुत्र कमलेश चन्द्र, मिर्जापुर जनपद के भरहुना निवासी दिनेश कुमार पांडेय पुत्र राधेश्याम पांडेय और मिर्जापुर के शिवपुरी कालोनी निवासी अभिनव त्रिपाठी पुत्र स्वर्गीय प्रेम शंकर त्रिपाठी हैं।

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि प्रयागराज माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के संविदा कर्मचारी शिवम विश्वकर्मा और विवेक द्विवेदी ने फर्जी मेल तैयार करके शिक्षकों की भर्ती करने का मेल भेजा और इसके लिए दोनों को दो लाख रुपये दिए गये थे। लाल जी सिंह ने मेल भेजने के लिए पैसा तय किया था और खुद भी पैसा लिया। इसके अतिरिक्त जांच के दौरान मिर्जापुर में स्थित काशी प्रसाद जायसवाल जूनियर हाई स्कूल लाल डिग्गी के प्रबंधक दिनेश पांडेय एवं केवीपीजी डिग्री कालेज मिर्जापुर में कार्यरत लैब टेक्नीशियन अभिनव त्रिपाठी की भूमिका संदिग्ध पाई गई और फर्जी भर्ती की योजना तैयार की। जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि फर्जी शिक्षक भर्ती के लिए मोबाइल चैट से जानकारी मिली कि लगभग पचास लाख रुपये का लेनदेन हुआ है।

डीसीपी ने बताया कि उल्लेखनीय है कि 29 अप्रैल को कर्नलगंज थाने में कानपुर नगर के जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि अरविंद सिंह यादव, स्वाती द्विवेदी, आशीष कुमार पांडेय समेत 9 अभियुक्तों द्वारा एक माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की फर्जी कूटरचित ईमेल आईडी तैयार कर जिला विद्यालय निरीक्षक कानपुर नगर की ईमेल आईडी पर एक ईमेल 26 अक्टूबर 2023 को भेजा था। जिसमें 9 अभ्यर्थियों को भर्ती किए जाने और नियुक्ति देने का निर्देश दिया गया था। मेल के मुताबिक विनीता और रिक्षा पांडेय द्वारा अलग-अलग कालेज में नियुक्त कर दिया गया। इतना ही नहीं विनीता का वेतन उनके खाते में आहरित हो गया था, रिक्षा पांडेय का वेतन आहरित नहीं हो सका। इसी बीच एक शिकायती प्रार्थना पत्र माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड को प्राप्त हु,आ जिसका बोर्ड द्वारा ज्वाइन डायरेक्टर माध्यमिक शिक्षा कानपुर नगर को जांच हेतु भेजा गया। ज्वाइंट डायरेक्टर ने जिला विद्यालय निरीक्षक प्रथम को बुलाकर सत्यापन कराया गया तो प्रवक्ताओं की भर्ती का पैनल फर्जी पाया गया। जिसके बाद थाने को सूचना दी जा रही है।

इस संबंध में तत्काल मुकदमा दर्ज कर एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठित की गई। जिसके परिणामस्वरूप उक्त आरोपितों की गिरफ्तारी हुई। मामले में विवेचना जारी है अभी और गिरफ्तारियां संभव हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/आकाश

   

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