कूचबिहार में चुनावी हिंसा रोकने के लिए एसपी को ज्ञापन

कोलकाता, 07 जून (हि.स.)। मतदान के बाद उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले में जमकर चुनावी हिंसा हो रही है। इसे लेकर शुक्रवार को भाजपा विधायक दल के सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने की मांग की है। विपक्ष का आरोप है कि पुलिस मूकदर्शक की भूमिका निभा रही है। इस स्थिति में, भाजपा विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक के कार्यालय को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें पुलिस से चुनाव के बाद हिंसा को रोकने के लिए तटस्थ भूमिका निभाने का अनुरोध किया है।

कूचबिहार जिला भाजपा अध्यक्ष सुकुमार रॉय ने दावा किया कि विभिन्न इलाकों में उनके समर्थकों के घरों में तोड़फोड़ की जा रही है। कई भाजपा कार्यकर्ता पहले ही अपना घर छोड़ चुके हैं।

केंद्रीय राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक इस बार कूचबिहार लोकसभा में तृणमूल उम्मीदवार जगदीश बसुनिया से हार गए हैं। इसके बाद से जिले में चुनाव बाद हिंसा के आरोप लगने शुरू हो गए हैं।

भाजपा का आरोप है कि कूचबिहार के तूफानगंज के देवचराई ग्राम पंचायत के संतोषपुर में तृणमूल से जुड़े बदमाशों ने भाजपा कार्यकर्ताओं के घर में तोड़फोड़ की। भाजपा ने दावा किया कि तृणमूल के उपद्रवियों ने लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं के सात घरों में तोड़फोड़ की। संतोषपुर की भाजपा कार्यकर्ता संध्यारानी मजूमदार ने कहा, ''30 से 40 तृणमूल के गुन्डों ने मेरे घर पर हमला किया। हमने कई सालों तक भाजपा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल के गुंडों ने इलाके के कई अन्य घरों पर भी हमला किया।

भाजपा विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को कूचबिहार में पुलिस अधीक्षक के कार्यालय को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई कि पुलिस जिले भर में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले और घरों में तोड़फोड़ के मामलों में निष्पक्ष भूमिका निभाए। तुफानगंज विधानसभा क्षेत्र की विधायक मालती राव रॉय, माथाभांगा विधानसभा के विधायक सुशीलचंद्र बर्मन, कूचबिहार दक्षिण विधानसभा के विधायक निखिलरंजन डे, कूचबिहार उत्तर के विधायक और भाजपा जिलाध्यक्ष सुकुमार रॉय इनमें शामिल थे। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा

   

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