रोहतक: एमडीयू में फीस वृद्धि का फैसला तुरंत वापिस ले सरकार : दीपेन्द्र हुड्डा

-शिक्षा को व्यापार बनाकर गरीब परिवारों के बच्चों की उच्च शिक्षा का सपना चूर-चूर कर रही सरकार

रोहतक, 10 जून (हि.स.)। कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने नई शिक्षा नीति के नाम पर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में पांच गुना तक बढ़ाई फीस को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि हरियाणा में मिली करारी हार से बौखलाई सरकार अब नौजवानों से हार का बदला निकाल रही है। बीजेपी सरकार शिक्षा को व्यापार बनाकर गरीब परिवारों के होनहार बच्चों की उच्च शिक्षा का सपना चूर-चूर कर रही है। यह बात उन्होंने सोमवार को यहां जारी बयान में कही।

उन्होंने कहा कि छात्रों और बेरोजगार युवाओं में सरकार के प्रति भयंकर रोष है। यही कारण था कि इस लोकसभा चुनाव में युवाओं ने सरकार के खिलाफ वोट डाला और 90 में से 46 सीटों पर कांग्रेस को जीत दिलाई। इन नतीजों को हरियाणा की बीजेपी सरकार स्वीकार नहीं कर पाई और अब तक प्रतिशोध की आग में जल रही है। सोमवार को यहां जारी बयान में सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आरोप लगाया कि फीस वृद्धि के नाम पर प्रदेश के विद्यार्थियों से खुली लूट की जा रही है। बीजेपी सरकार आम परिवारों के बच्चों के लिए यूनिवर्सिटी के दरवाजे बंद करना चाहती है।

एक तरफ प्रदेश के 182 सरकारी कॉलेजों में प्राध्यापको के 7986 मंजूर पद हैं, लेकिन वर्तमान में 3368 ही मौजूद हैं यानी मांग के अनुरूप करीब 4618 पद खाली है। इसी तरह पूरे प्रदेश के सरकारी विभागों में लाखों पद खाली पडे हुए है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार पिछले दस साल से प्रदेश के सरकारी शिक्षा तंत्र को तबाह कर रही है। उच्च शिक्षा को युवाओं के लिये सस्ता और सुलभ बनाने की बजाय उसे महंगा कर प्रदेश के छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने पहले पांच हजार सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया, फिर एमबीबीएस फीस दो लाख से बढ़ाकर 40 लाख कर दिया और अब यूनिवर्सिटी में कई गुना फीस बढ़ा दी ताकि गरीब का बच्चा पढ़ लिख कर काबिल न बन सके। ऐसा करके इस सरकार ने अपने असली रूप को दिखा दिया है कि वो गरीबों की दुश्मन है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/संजीव

   

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