आदिकेशव तीर्थ पर गंगा के लिए लगाई गुहार,जलस्तर बढ़ाने के लिए प्रशासन से अपील

वाराणसी,13 जून (हि.स.)। गंगा एवं वरुणा नदी के संगम स्थल पर स्थित प्राचीन आदिकेशव तीर्थ पर गुरुवार को नमामि गंगे के सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाई । भीषण गर्मी में सदानीरा गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही कमी के दृष्टिगत कार्यकर्ताओं ने चिंता जताई। और कानपुर बैराज से पानी छोड़ने के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई। कार्यक्रम संयोजक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में काशी के गंगाघाट शृंखला के अंतिम घाट आदिकेशव पर स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। साफ - सफाई बनाए रखने के लिए लोगों को लाउडस्पीकर से जागरूक किया गया। मत्स्यपुराण के अनुसार प्रथम विष्णु तीर्थ भगवान आदिकेशव एवं मां गंगा की आरती उतारकर भारत के लिए समृद्धि एवं आरोग्य की कामना की गई । राजेश शुक्ला ने कहा कि आदि का अर्थ है उत्पत्ति और केशव शब्द भगवान विष्णु का एक रूप है। भगवान विष्णु ने आदि केशव की स्वयं स्थापना की है। यह मंदिर काशी के प्राचीन मंदिरों में से एक है। मां गंगा का प्राकट्य भी भगवान विष्णु के चरण कमल से हुआ है। ऐसे में हमने भगवान श्री आदि केशव से गंगा की अविरलता और निर्मलता की गुहार लगाई है । गंगा का पानी काफी तेजी से नीचे जा रहा है । प्रशासन से अपील है कि कानपुर बैराज से गंगाजल का प्रवाह बढ़ाया जाए ।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम

   

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