इंडियन किसान यूनियन के राष्ट्रीय अधिवेशन में किसानों की समस्याओं पर की चर्चा

हरिद्वार, 15 जून (हि.स.)। इंडियन किसान यूनियन का राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार को ज्वालापुर स्थित गुर्जर धर्मशाला में आयोजित हुआ। अधिवेशन में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, पंजाब, दिल्ली सहित विभिन्न प्रांतों से आए किसानों ने हिस्सा लिया।

अधिवेशन को संबोधित करते हुए इंडियन किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री रामकुमार वालिया ने कहा कि देश भर के किसानों को एकजुट कर अधिवेशन के माध्यम से किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए इंडियन किसान यूनियन लगातार प्रयासरत है। पूरे भारत में संगठन का विस्तार करते हुए किसानों को जागरूक कर एक मंच पर लाया जाएगा। उन्होंनें केंद्र सरकार से मांग की कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय किसान विकास प्राधिकरण का गठन किया जाए एवं प्राधिकरण का सदस्य किसानों को बनाया जाए।

उन्होंने कहा कि कुछ किसान संगठन किसानों को गुमराह कर सरकार के खिलाफ भड़काने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे संगठनों से किसानों को सचेत रहना चाहिए। हमें शासन-प्रशासन का विरोध नहीं करना है बल्कि उनके समन्वय से किसानों की आय को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को फसलों की सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली की सुविधा प्रदान करनी चाहिए। साथ ही आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होनी चाहिए।

उत्तराखंड प्रदेश महासचिव मनोज चौहान ने कहा कि ओलावृष्टि और असमय वर्षा के कारण किसानों को प्रति वर्ष काफी नुकसान झेलना पड़ता है। सरकार को किसानो की फसलों का उचित मुआवजा देना चाहिए और उत्तराखंड में जंगली जानवरों से किसानों की फसल की सुरक्षा के इंतजाम किए जाने चाहिए।

उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष चौधरी मगन सिंह ने कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट होकर सरकार से समन्वय बनाकर वार्ता की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/वीरेन्द्र

   

सम्बंधित खबर