हॉस्पिटल में इलाज के दौरान वकील की मौत पर हंगामा

अजमेर, 17 जून(हि.स)। अजमेर के एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान एक वकील की मौत हो गई। गुस्साए परिजन व वकीलों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध जताया और धरने पर बैठे। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। लोगों का कहना रहा कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से मौत हुई। बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया।

पूर्व जिला परिषद सदस्य राजेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि 13 जून की रात बड़लिया सरपंच जय सिंह रावत के पुत्र दिलबाग सिंह रावत जो कि वकील भी है और उनका मार्टिंडल ब्रिज के पास मोटरसाइकिल से एक्सीडेंट हो गया। बाद में वे घर गए और सुबह कुछ तकलीफ होने पर वे खुद चलकर आर्या हॉस्पिटल पहुंचे। वहां सीटी स्कैन करने के बाद छोटा सा क्लॉट बताया। यहां बताया कि एक इंजेक्शन से सही हो जाएंगे। लेकिन इसके बाद सही नहीं हुए और उनका ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद होश नहीं आया और डेथ हो गई। यहां परिजन ने कुछ कहा तो उनसे अभद्रता की गई। इलाज में लापरवाही से मौत हुई है।

जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चन्द्रभान सिंह राठौड़ ने कहा कि मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम होना चाहिए और दोषी के खिलाफ कार्रवाई हो। बाद में अस्पताल प्रशासन से बात हुई और मृतक के परिवारजनों को कथित आर्थिक मदद मिलने पर मामला शांत हो गया।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप

   

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