बीएचयू के रणवीर संस्कृत विद्यालय को छात्रावास के रूप में आवंटित हुआ विरासत भवन चारू महल

-भवन का पुनरुद्धार, 120 विद्यार्थियों को मिल पाएगा हॉस्टल

वाराणसी, 19 जून (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से संचालित रणवीर संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए भी छात्रावास सुविधा उपलब्ध हुई है। विद्यालय के लिए छात्रावास की समस्या का समाधान कर कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने प्राथमिकता के आधार पर विरासत भवन चारू महल को विद्यालय को आवंटित कर दिया। लगभग 150 वर्ष पुराने इस विरासत भवन की मरम्मत तथा आवश्यक सुविधाओं के विकास के पश्चात यह छात्रावास के रूप में विद्यालय को आवंटित हुआ। भवन में 20 फ्लैट तथा 52 कमरे हैं, तथा यहां 120 विद्यार्थियों को हॉस्टल सीटें उपलब्ध हो सकेगी।

कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को विश्वविद्यालय सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा, दूसरे शहरों में अध्ययन के लिए जाने वाले स्कूल के विद्यार्थियों की आवश्यकताएं विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की तुलना में अलग होती हैं। ऐसे में हमने रणवीर संस्कृत विद्यालय में छात्रावास उपलब्धता के कार्य को प्राथमिकता दी। हम ढांचागत व्यवस्थाओं व सुविधाओं के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं।

रणवीर संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आनंद कुमार जैन ने कहा कि यह दो-मंज़िला भवन बहुत अच्छी हालत में नहीं था और न ही इसकी क्षमता का पूरी तरह से इस्तेमाल हो रहा था। अब इस भवन के पुनरुद्धार से और इसे विद्यालय को आवंटित करने से विद्यार्थियों को काफी लाभ होने वाला है। विश्वविद्यालय द्वारा संचालित रणवीर संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए भी छात्रावास उपलब्धता काफी समय से एक चुनौती रही है। वर्ष 1883 में स्थापित हुआ यह विद्यालय 1918 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के अंतर्गत आया था। रणवीर संस्कृत विद्यालय में देश के विभिन्न हिस्सों से विद्यार्थी अध्ययन के लिए आते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश

   

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