स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा धन चार साल के निचले स्तर 9,771 करोड़ रुपये पर पहुंचा

-बैंकों में भारतीयों का जमा धन 70 फीसदी घटकर चार साल के निचले स्तर पर आया

नई दिल्ली/ज्यूरिख, 20 जून (हि.स.)। स्विस बैंकों में भारतीय व्यक्तियों और कंपनियों द्वारा जमा धन, 2023 में 70 फीसदी की तेज गिरावट के साथ चार साल के निचले स्तर 1.04 अरब स्विस फ्रैंक (9,771 करोड़ रुपये) पर आ गया है।

स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक की ओर से गुरुवार को जारी वार्षिक आंकड़ों के मुताबिक स्विस बैंकों में भारतीय ग्राहकों के कुल जमा धन में लगातार दूसरे वर्ष गिरावट आई है। स्थानीय शाखाओं और अन्य वित्तीय संस्थानों के माध्यम से स्विस बैंकों में भारतीय व्यक्तियों और फर्मों का रखा धन 2023 में 70 फीसदी घटकर चार साल के निचले स्तर 1.04 बिलियन स्विस फ्रैंक (9,771 करोड़ रुपये) पर आ गया है। यह 2021 में 14 साल के उच्चतम स्तर 3.83 अरब स्विस फ्रैंक पर पहुंच गया था।

स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) ने जारी आंकड़ों में बताया है कि उसके पास 2023 के अंत में भारतीयों की कुल देनदारी 1,039.8 मिलियन सीएचएफ (स्विस मुद्रा फ्रैंक) की है। बैंक ने इसे कुल देनदारी यानी बकाया राशि बताया है। बैंक के मुताबिक इस राशि में 310 मिलियन फ्रैंक ग्रहकों के जमा राशि के रूप में, 427 मिलियन फ्रैंक दूसरे बैंकों के जरिए, 10 मिलियन फैंक ट्रस्ट्स के माध्यम से और 302 मिलियन फ्रैंक की राशि बॉन्ड्स, सिक्योरिटीज और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स के रूप में है।

एसएनबी के आंकड़ों के अनुसार 2006 में कुल राशि करीब 6.5 बिलियन स्विस फ़्रैंक के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर थी, जिसके बाद यह 2011, 2013, 2017, 2020 और 2021 सहित कुछ वर्षों को छोड़कर ज्यादातर नीचे की ओर रही है। इसमें गिरावट की मुख्य वजह बॉन्ड, प्रतिभूतियों और विभिन्न अन्य वित्तीय साधनों के माध्यम से रखे गए धन में तेज गिरावट है।

उल्लेखनीय है कि ये स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) को बैंकों द्वारा बताए गए आधिकारिक आंकड़े हैं। लेकिन, ये स्विटजरलैंड में भारतीयों द्वारा रखे गए बहुचर्चित कथित काले धन की मात्रा का संकेत नहीं देते हैं। इन आंकड़ों में वह धन नहीं शामिल है, जो भारतीयों, एनआरआई या अन्य लोगों ने तीसरे देश की संस्थाओं के नाम पर स्विस बैंकों में रखा हो सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/रामानुज

   

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