प्रधानमंत्री ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले आचार्य लक्ष्मीकांत के निधन पर जताया दुख

नई दिल्ली, 22 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले काशी के प्रकांड पंडित आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन पर दुख जताया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “देश के मूर्धन्य विद्वान और साङ्गवेद विद्यालय के यजुर्वेदाध्यापक लक्ष्मीकान्त दीक्षित जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। दीक्षित जी काशी की विद्वत् परंपरा के यशपुरुष थे। काशी विश्वनाथ धाम और राम मंदिर के लोकार्पण पर्व पर मुझे उनका सान्निध्य मिला। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।”

उल्लेखनीय है कि काशी के प्रकांड पंडित आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का शनिवार को सुबह निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। काशी के मणिकर्णिकाघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

लक्ष्मीकांत दीक्षित का परिवार मूलरूप से महाराष्ट्र के सोलापुर जिले से काशी आया था। काशी में लक्ष्मीकांत दीक्षित यजुर्वेद के मूर्धन्य विद्वानों में गिने जाते थे। अयोध्या में श्रीराम लला की विगत 22 जनवरी हो हुई प्राण प्रतिष्ठा में पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने मुख्य आचार्य के रूप में 121 अन्य आचार्यों का नेतृत्व किया था। श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के सभी कर्मकांड उनकी ही देखरेख में संपन्न कराए गए थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/रामानुज

   

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