बिना फिस के करेंगे इलाज, गरीबों का मानदंड तय हो : आईएमए

पूर्णिया, 28 जून (हि.स.)। पूर्णिया के आईएम भवन में आईएमए के नव निर्वाचित अध्यक्ष डॉक्टर सुधांशु कुमार, सचिव डॉक्टर सुभाष कुमार सिंह और कोषाध्यक्ष विकास कुमार की अध्यक्षता में डॉक्टरों एक की बैठक आयोजित शुक्रवार को की गई। जिसमें यह कहा गया कि बिना फिस गरीबों का इलाज करेंगे। परंतु मानदंड तय हो कि आखिर कौन है गरीब।

पूर्णिया के वर्तमान सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने आईएमए के सदस्यों के साथ एक बैठक आयोजित की थी जिसमें उन्होंने पूर्णिया के सभी डॉक्टरों से अनुरोध किया था की गरीब परिवार के लोगों के लिए या बीपीएल धारी के लिए डॉक्टर साहब अपनी फीस में कुछ रियायत दें और एक बार अगर फीस ले चूके है तो फिर अगली फीस एक माह बाद लें तो गरीब परिवार को बड़ी राहत मिल जायेगी। लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से यह अफवाह फैल गई थी कि पप्पू यादव ने डॉक्टरों को आदेश दिया है कि कोई भी डॉक्टर पूर्णिया में 500 से ज्यादा की फीस नहीं ले सकते। जिसका खंडन स्वयं वर्तमान सांसद पप्पू यादव जी ने भी किया है, और आईएमए के अध्यक्ष सुधांशु कुमार ने भी किया है।

सांसद महोदय ने अनुरोध किया है कि आप लोग अपनी स्वेच्छा से गरीबों को इलाज़ में रियायत दें और 300 से 500 तक ही अपनी फीस लें। वहां मौजूद अलग अलग डॉक्टरों के अलग अलग विचार थे लेकीन कुछ डॉक्टर सांसद महोदय के अनुरोध का सम्मान करते हुए इस बात पर सहमत हुए कि गरीबों का ईलाज करने के लिए 300 या 500 रुपया का फीस भी नहीं लेंगे लेकिन गरीबों का एक मानदंड तय होना चाहिए । अगर सांसद महोदय अपने कार्यालय से किसी का ईलाज करने के लिए अपने लेटरहेड पर एक अनुशंसा पत्र जारी करते हैं और वो मरीज़ अगर हमारे पास आता है तो उस मरीज़ से हमलोग कोई भी शुल्क नहीं लेंगे।

हिंदुस्थान समाचार/नंदकिशोर/गोविन्द

   

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